नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी के
मुंडका इलाके में शुक्रवार दोपहर एक तीन मंजिला इमारत में भीषण आग लगने से
27 लोगों की मौत हो गई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इमारत का दौरा करने के बाद
संवाददाताओं से कहा, "इमारत से अब तक 27 शव निकाले जा चुके हैं और अभियान
अभी भी जारी है।"
वहीं पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने कहा, "50 से
अधिक कर्मचारियों और श्रमिकों को कथित तौर पर निकाला गया है, जबकि बचाव दल
अब तक 26 शवों को बरामद कर चुके हैं। कई लोग घायल हुए हैं।"
दिल्ली
दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें शाम चार बजे
घटना की सूचना मिली। पश्चिमी दिल्ली के मुंडका में पिलर नंबर 544 के पास
स्थित एक इमारत से, जिसके बाद 10 दमकल गाड़ियों को तुरंत सेवा में लगाया
गया।
घटनास्थल से जारी ²श्यों के अनुसार, बदकिस्मत तीन मंजिला इमारत
से काला धुआं निकलता देखा। दमकलकर्मियों ने आग पर पानी का छिड़काव करने के
लिए अधिकतम संभव ऊंचाई तक पहुंचने के लिए दमकल की सीढ़ी का इस्तेमाल किया।
खबर लिखे जाने तक आग पर अभी पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है।
इस बीच, डीसीपी शर्मा ने कहा कि उन्हें भी शाम 4.45 बजे घटना के बारे में एक फोन आया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।
शर्मा ने कहा, "पुलिस अधिकारियों ने इमारत की खिड़कियां तोड़ दीं और कई कैदियों को बचाया, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया।"
सभी घायलों को पश्चिमी दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौके
पर मौजूद दमकल विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि फिलहाल संजय गांधी
अस्पताल की क्षमता पूरी है और अगर और घायल व्यक्ति मिलते हैं तो उन्हें दीन
दयाल उपाध्याय अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
प्रारंभिक पूछताछ के
आधार पर पुलिस ने बताया कि यह तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत थी, जिसका
इस्तेमाल कंपनियों को कार्यालय की जगह मुहैया कराने के लिए किया जाता था।
आग सबसे पहले इमारत की पहली मंजिल पर लगी, जिसमें एक सीसीटीवी और राउटर
बनाने वाली कंपनी है।
पुलिस ने कंपनी के मालिक को हिरासत में ले लिया है और उसके इतिहास की जांच की जा रही है। बचाव कार्य अभी भी जारी है।
पुलिस ने कंपनी के मालिक को हिरासत में लिया है, जिसकी पहचान हरीश गोयल और वरुण गोयल के रूप में की गई है।
आईएएनएस
द्वारा एक्सेस किए गए एक बचाव अभियान वीडियो में, लोगों को खिड़की की
ऊंचाई तक पहुंचने के लिए एक ट्रक के ऊपर रखी रस्सी और सीढ़ी की मदद से
खिड़की से बाहर आते देखा जा सकता है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने
बताया कि आग लगने पर कुछ लोग खुद को बचाने के लिए इमारत से कूद गए और घायल
हो गए। फिर उन्हें तुरंत संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय लोगों ने
बताया कि इस इमारत में करीब 150 लोग काम करते थे।
--आईएएनएस
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