संध्या के समय न करें यह काम, नाराज होती हैं माँ लक्ष्मी, दुर्भाग्य का होता है आगमन

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 29 मार्च 2022, 12:31 PM (IST)

भारतीय धर्मशास्त्रों में कुछ ऐसी बातों का जिक्र है जिनका पालन किया जाए तो व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आ सकती। साथ ही शास्त्रों में कार्य करने के कुछ नियम बताए गए हैं जिन्हें उनके अनुसार किया जाए तो घर में सुख-शांति, समृद्धि बनी रहती है। इन्हीं मान्यताओं के अनुसार हमें सूर्यास्त के वक्त भी कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि सूर्यास्त के समय कई नकारात्मक शक्तियां आस-पास मौजूद रहती हैं। साथ ही सूर्यास्त के समय इन कामों को करने से माँ लक्ष्मी की नाराजगी भी झेलने पड़ती है और घर में दुर्भाग्य का आगमन होता है। आइए डालते हैं एक नजर उन कामों पर जो हमें सूर्यास्त के समय नहीं करने चाहिए—
खुला रखें घर का मुख्य दरवाजा
संध्याकाल के समय इस बात का ध्यान रखें कि आपके घर का मुख्य दरवाजा खुला है या नहीं। लोक मान्यताओं के अनुसार, संध्या के समय लक्ष्मी का आगमन होता है इसलिए संध्या होने से पहले ही घर का मुख्य दरवाजा खोलकर रख लें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का आगम होता और बरकत होती है।

भूलकर भी न लगाएँ झाडू
हमारे बड़े-बुजुर्गों का कहना है कि दिन ढलते समय घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से अच्छी चीजें भी घर से बाहर हो जाती हैं और महालक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी घर में आ जाती हैं। इसलिए भूलकर भी संध्या के समय और उसके बाद घर में कभी भी झाड़ू नहीं लगानी चाहिए।

कलह-कलेश करने से बचें
संध्या के समय हमेशा घर में हंसी-खुशी का माहौल रखना चाहिए। किसी भी तरह की बहसबाजी-विवाद, रोने और कलह से दूर रहना चाहिए। यह बहुत बड़ा अपशकुन माना गया है। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी का आगमन होता है। अलक्ष्मी के आगमन से जिंदगी के सभी क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है और आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है।

नहीं करना चाहिए स्त्री का अपमान
बड़े-बुजुर्गों के अनुसार शाम के समय भूलकर भी स्त्री का अपमान नहीं करना चाहिए। इस बात का ख्याल व्यक्तिगत और प्रोफेशनल दोनों ही स्तरों पर रखना चाहिए। मान्यता है कि इस समय स्त्री का अपमान करने से देवी लक्ष्मी हमेशा के लिए रूठ जाती हैं और व्यक्ति कंगाल हो जाता है।

लेन-देन करने से बचें
संध्याकाल के समय कभी भी धन का लेन-देन नहीं करना चाहिए। इस अवधि में ना तो किसी को उधार दें और ना ही लें। मान्यता है कि इस अवधि में लिया और दिया गया धन हमेशा मुसीबत में डालता है। धन से संबंधित जितने भी कार्य हैं, उनको हमेशा सुबह करना चाहिए। शाम के समय धन का लेन-देन करने से देवी लक्ष्मी घर से चली जाती हैं और यह बहुत बड़ा अपशकुन माना जाता है।

इन चीजों को देने से बचें
संध्या के समय किसी को भी प्याज, सूई और लहसुन न देनी चाहिए और न ही लेनी चाहिए। यदि आपको इन चीजों की आवश्यकता है तो आप इन्हें बाजार से खरीद कर ला सकती हैं या फिर सुबह तक इंतजार कर लें लेकिन शाम के समय किसी को भी न तो लहसुन-प्याज और सुई दें और न ही लें। शाम के समय घर में से इन चीजों का निकलना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है। साथ ही घर के सदस्यों के बीच प्रेम भाव खत्म हो जाता है।

तुलसी को छूना अपराध
संध्या के समय तुलसी को छूना शास्त्रों में वर्जित बताया गया है। शास्त्रों में तुलसीजी को राधा रानी का रूप बताया गया है और शाम के समय वह लीला करने चली जाती हैं इसलिए शाम के समय तुलसी को छूना अपराध माना जाता है। संध्या के वक्त तुलसी को बिना छुए दीपक से आरती करनी चाहिए।

संध्याकाल में सोना नहीं चाहिए
बड़े-बुजुर्गों के अनुसार शाम के समय कभी भी सोना नहीं चाहिए। मान्यता है कि जो लोग शाम को सोते हैं वहां देवी लक्ष्मी कभी भी निवास नहीं करतीं। इसलिए भूलकर भी शाम के समय घर में नहीं सोना चाहिए।

भोजन करने से आती है दरिद्रता
शाम के समय भोजन करना भी अपराध माना गया है। महाभारत के अनुशासन पर्व में जानकारी दी गई है कि शाम के समय भोजन करने से उम्र घटती है और सेहत पर भी अच्छा असर नहीं पड़ता। इस समय भोजन करने से इसका सीधा प्रभाव मन-मस्तिष्क के साथ पाचन क्रिया पर पड़ता है। साथ ही धन का नाश होता है और घर में दरिद्रता आती है।

आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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