इस साल कई चुनौतियों के बाद हाइब्रिड मोड में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 07 मार्च 2022, 3:53 PM (IST)

जयपुर । जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएफएफ) 2022 को 'ग्रेटेस्ट लिट्रेरी शो ऑन अर्थ' के रूप में सम्मानित किया गया है, जो एक नए हाइब्रिड अवतार में और एक नए स्थान पर शुरू हुआ है।

नया अवतार एक हाइब्रिड संस्करण है जो ऑनलाइन और ऑफलाइन सीजन के साथ शुरु होता है, और नया स्थान डिग्गी पैलेस के अलावा क्लार्क आमेर है, जो वर्षों से इसका आधिकारिक स्थल रहा है।

कोविड महामारी ने दुनिया को भले ही थोड़ी राहत दी हो, लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध सभी को चिंतित कर रहा है। टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजय के. रॉय ने आईएएनएस से बात करते हुए चल रहे युद्ध के बारे में अपनी चिंताओं को साझा किया और पुष्टि करते हुए कहा कि मौजूदा तनाव के बीच दो या तीन वक्ताओं ने पहले ही भारत की अपनी यात्रा रद्द कर दी है।

उन्होंने कहा कि ये फिर से अनिश्चित समय है और कुछ वक्ताओं ने अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी है और इसलिए हमने प्लान बी तैयार रखा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि ऐसे अनिश्चित क्षण एक बड़ा प्रभाव डालते हैं और यह प्रभाव निश्चित रूप से यहां है। लोग यात्रा करने के लिए अनिश्चित हैं, लोग परिवारों के साथ यात्रा करने से डरते हैं, कि कहीं वे फंस न जाएं। पहले, हमने फैसला किया जनवरी में कार्यक्रम को डिजिटल रूप से आयोजित करेंगे। हमने इस कार्यक्रम को डिजिटल संस्करण में करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन फिर हर कोई, विशेष रूप से राजस्थान के लोग कार्यक्रम को ऑफलाइन भी आयोजित करने के लिए कॉल कर रहे है।

रॉय ने कहा कि इसलिए, हमने इसे स्थगित कर दिया और मार्च में एक हाइब्रिड अवतार में आयोजित करने का फैसला किया।

यह उल्लेख करने की आवश्यकता है कि जेएलएफ ने इस वर्ष अपनी ऑन-ग्राउंड भव्यता के साथ-साथ अपनी आभासी उपस्थिति दोनों को सुनिश्चित किया है। यह फेस्टिवल 10-14 मार्च तक क्लार्क्‍स आमेर में अपने ऑन-ग्राउंड शो की भी मेजबानी करेगा।

अपने निरंतर विकास पर बोलते हुए, रॉय ने कहा कि जेएलएफ पिछले दो वर्षों से कोविड चुनौतियों का सामना कर रहा था और अब यह युद्ध शुरु हो गया है। हालांकि, वर्षों से, हमने विकसित होना और चलते रहना सीख लिया है। डिजिटल होने के बाद, हम अब एक हाइब्रिड अवतार में आ रहे हैं , जो विकसित होने के उदाहरणों में से एक है। 2020 में, हम अपना संस्करण समाप्त करने में कामयाब रहे और फिर कोविड में फंस गए थे, लेकिन हमने अपने डिजिटल संस्करण को जारी रखा था।

रॉय ने कहा कि वर्तमान अनिश्चित समय के बावजूद, 400 से अधिक वक्ताओं के साथ हर साल प्रोग्रामिंग की परिमाण आश्चर्यजनक बनी हुई है। कलाकार लगभग 15 भारतीय और 20 अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं और 20 से अधिक राष्ट्रीयताओं के साथ-साथ सभी प्रमुख साहित्यिक पुरस्कारों, नोबेल, बुकर, पुलित्जर, साहित्य अकादमी, दक्षिण एशियाई साहित्य के लिए डीएससी पुरस्कार, साहित्य के लिए जेसीबी पुरस्कार, आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं।

--आईएएनएस

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