नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा का राहुल गांधी के ऊपर बयान पर कांग्रेस की ओर से खासा नारजगी व्यक्त की जा रही है। भारतीय युवा कांग्रेस ने शनिवार को बयान के विरोध में असम भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कांग्रेस के भगोड़े तक कह दिया।
इससे पहले एनएसयूआई ने भी देशभर में मुख्यमंत्री के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका।
इस मौके पर भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि, हार सामने देख असम के (कांग्रेस के भगोड़े) मुख्यमंत्री ने मानसिक संतुलन खो कर राजनीतिक दिवालियेपन की सब हदें पार कर ली। अब मोदी जी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी पुरानी पार्टी को गाली देना जरूरी है। ये हेमंता सरमा के छिछोरेपन व घटिया सोच का सबूत है।
चुनाव के डर से भाजपा के नेताओं का असली चेहरा जनता के सामने आ रहा है, पांचों राज्यों में जनता के मुद्दों पर कोई बात नही कर रहे हैं भाजपा के नेता, क्योंकि डर है की उसका जवाब नहीं दे पायेंगे, इसलिए मुद्दों को भटकने के लिए निचली स्तर की राजनीति पर उतर आई है भारतीय जनता पार्टी।
उत्तराखंड में शुक्रवार को चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक टिप्पणी करते हुए बोला कि, पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी के बेटे होने का सबूत मांगा था, वायनाड के सांसद को सेना से सबूत मांगने का कोई अधिकार नहीं है।
दरअसल 2016 में पाकिस्तान में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयरस्ट्राइक का सबूत मांगने पर असम के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला था।
--आईएएनएस
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