चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री
मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर साल 1,000
युवाओं को साहसिक खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि उन्हें रोजगार मिल
सके।
साथ ही कालेसर, धोसी, अरावली और मेवात की पहाड़ियों में भी एडवेंचर
स्पोर्ट्स शुरू किए जाएंगे, जहां हर साल तीन से पांच 'एडवेंचर-स्पोर्ट्स
कैंप' का आयोजन पंचकूला के मोरनी में कैंप की तरह किया जाएगा। उन्होंने कहा
कि इन शिविरों में प्रशिक्षण पर हर साल दो करोड़ रुपये की राशि खर्च की
जाएगी।
मुख्यमंत्री यहां खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित
मिल्खा सिंह एडवेंचर स्पोर्ट्स क्लब के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम
यूथप्रेन्योर के समापन समारोह में युवाओं को संबोधित कर रहे थे।
प्रशिक्षण
में मोरनी क्षेत्र के 16 से 29 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को साहसिक खेलों
से संबंधित उद्यमिता एवं होम स्टे के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
मुख्यमंत्री
ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर युवाओं को बधाई देते हुए
स्वतंत्रता आंदोलन में उनके अमिट योगदान की बात की और युवाओं से उनके
द्वारा दिखाए गए देशभक्ति के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
स्वामी
विवेकानंद, महात्मा गांधी, भगत सिंह और अन्य महान हस्तियों का उदाहरण देते
हुए खट्टर ने कहा कि युवा ऊर्जावान हैं। "यदि इस ऊर्जा को सही दिशा में
प्रवाहित किया जाए, तो राष्ट्र निश्चित रूप से प्रगति के पथ पर अग्रसर
होगा।"
उन्होंने युवाओं को नौकरी तलाशने वाले के बजाय नौकरी देने
वाले बनने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य सरकार अंत्योदय की भावना से
गरीब से गरीब व्यक्ति के उत्थान के लिए प्रयासरत है।
मोरनी क्षेत्र
के कई युवाओं ने युवा उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राप्त प्रशिक्षण के
अपने अनुभव मुख्यमंत्री के साथ साझा किए। इन युवाओं ने साहसिक खेलों और
होम-स्टे कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए इसे युवाओं के हित में एक
महत्वपूर्ण कदम बताया।
खेल और युवा मामलों के राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच है, जिसके कारण कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
--आईएएनएस
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