नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी में
अवैध रूप से रह रहे अफ्रीकी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। दिल्ली
पुलिस ने पिछले 3 दिनों में वीजा की अवधि खत्म होने के बावजूद रहने वाले 12
और विदेशियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने शुक्रवार को
दी।
अधिकारी के अनुसार, द्वारका जिले की एक पुलिस टीम ने 4 अलग-अलग अभियानों के
दौरान अफ्रीकी नागरिकों को पकड़ा। उनकी पहचान पीस उगबेदेओजो कादिरी,
कैरोलिन ओगना इयोको, मर्सी सिल्वर कामाह, ओनेका चिका अमुरी, इमैनुएल ओकेके,
स्टीफन मानसिकी ननोरोम, सैमुअल चिगोजी ओकेचुकुवु, चिनोनी फ्रैंकलिन
चिडिओब, उचेचुक्वू एडविन ओकेके, पॉल एमरा एकेलेमे, जॉनसन एन के रूप में हुई
है।
अधिकारी ने कहा, "जांच के बाद सामने आया कि वे वैध वीजा के
बिना भारत में काफी समय तक रह रहे थे। उन्हें उनके मूल पासपोर्ट के साथ
फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (एफआरआरओ) के सामने पेश किया गया।
एफआरआरओ ने उनके निर्वासन का आदेश दिया है।"
द्वारका जिले को अपराध
मुक्त बनाने के लिए द्वारका जिला पुलिस ने हाल ही में 'ऑपरेशन वर्चस्व'
शुरू किया था। ऑपरेशन शुरू होने के बाद से, बहुत कम समय में कई गैंगस्टर,
स्नैचर और लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस यहां अवैध रूप से
रहने वाले विदेशी नागरिकों पर भी नजर रख रही है। राष्ट्रीय राजधानी में और
उसके आसपास रहने वाले कुछ अफ्रीकी नागरिक मादक पदार्थों के अवैध व्यापार
में शामिल हैं और उन्हें नियमित रूप से पुलिस द्वारा पकड़ा जा रहा है।
दिल्ली
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पैसा कमाने के
अवसरों की तलाश करने वाले अफ्रीकी नागरिकों की संख्या बढ़ रही है। उत्तम
नगर थाना क्षेत्र की मिश्रित आबादी लगभग 3.75 लाख है। उन्होंने कहा कि बहुत
से अफ्रीकी नागरिक फर्जी या एक्सपायर्ड वीजा के साथ यहां रह रहे हैं।
अधिकारी
ने कहा, "स्थानीय लोगों और अन्य क्षेत्रों के लोगों को नशीली दवाओं की
आपूर्ति के लिए उनके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत भी मामले दर्ज हैं।
इसके अतिरिक्त, साइबर धोखाधड़ी के कुछ मामले भी सामने आए हैं जिनमें ये
अफ्रीकी कथित रूप से शामिल हैं।"
सभी 12 अफ्रीकी नागरिकों को लमपुर बॉर्डर स्थित डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है।
--आईएएनएस
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