पणजी । गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद
सावंत ने बुधवार को कहा कि अगर उनके मंत्री के खिलाफ यौन शोषण के आरोप
साबित होते हैं, तो वह मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देंगे।
सावंत का यह आश्वासन राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर द्वारा पिछले
हफ्ते आरोप लगाए जाने के कुछ दिनों बाद आया है। एक कैबिनेट मंत्री द्वारा
एक महिला का यौन शोषण करने के वीडियो, ऑडियो और व्हाट्सएप-आधारित सबूतों की
जानकारी मिली थी।
चोडनकर, (जिन्होंने मंत्री का नाम नहीं लिया) ने
यह भी आरोप लगाया था कि सावंत मामले से जुड़े सबूतों को नष्ट करने की कोशिश
कर रहे थे। सावंत ने पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से
कहा, "मैं आपको बता रहा हूं। मैं किसी को भी बर्खास्त कर दूंगा। कोई भी
प्रचार पाने के लिए और चुनाव की रणनीति के तहत राजनीतिक आरोप लगा सकता है।"
मुख्यमंत्री
ने यह भी कहा, "अगर किसी के पास सबूत है या जिसके साथ अत्याचार किया गया
है, तो उसे शिकायत दर्ज करानी चाहिए। अगर अत्याचार पीड़ित व्यक्ति शिकायत
दर्ज कराता है, तो मैं 100 प्रतिशत कार्रवाई करूंगा। अब तक किसी ने भी
प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है।"
30 नवंबर को, चोडनकर ने एक प्रेस
कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में
एक कैबिनेट मंत्री ने एक महिला का यौन शोषण किया था और आगे आरोप लगाया था
कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मामले से जुड़े सबूतों को नष्ट करने के लिए
गोवा पुलिस का इस्तेमाल कर रहे थे। चोडनकर ने दावा किया था कि उन्होंने
वीडियो, ऑडियो और व्हाट्सएप मैसेज देखे थे।
चोडनकर ने यह भी कहा था
कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई
नहीं की, तो पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 19 दिसंबर को गोवा की
निर्धारित यात्रा से पहले सबूत सार्वजनिक डोमेन में जारी करेगी।
सावंत
ने यह भी कहा, "इस राज्य में महिलाओं के अधिकार हैं और अगर महिलाओं पर इस
तरह के अत्याचार हुए हैं, तो उन्हें सिर्फ शिकायत दर्ज करानी चाहिए। शिकायत
मिलने दो। गृह मंत्री के रूप में, मैं पूरी जांच का आदेश दूंगा। मैं इस पर
²ढ़ हूं।"
--आईएएनएस
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