जारी है किसान आंदोलन - क्या करेगी भाजपा ?

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 22 नवम्बर 2021, 4:38 PM (IST)

नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस ले लेने के बाद भी आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने आंदोलन समाप्त कर घर वापस लौटने की बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने एमएसपी सहित कई अन्य मांगें भी रख दी हैं।

किसान संगठनों के इस रूख की वजह से किसान आंदोलन की समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। यह स्थिति भाजपा के लिए कितनी चिंताजनक है, सवाल का जवाब देते हुए भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम तो पहले से ही और लगातार यह कह रहे हैं कि यह आंदोलन राजनीति से प्रेरित है और यह बात एक बार फिर से साबित हो गई है। उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है कि किस तरह से बड़ा दिल दिखाते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की ताकि ये किसान अपने गांव, अपने घर लौट सकें लेकिन किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले ये नेता क्या कर रहे हैं ?

तो अब भाजपा, किसान संगठनों की इस नई रणनीति को लेकर क्या करेगी जो कृषि कानूनों की वापसी को अपनी जीत बताकर सरकार पर हावी होने की कोशिश कर रही है ?

आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा के एक अन्य नेता, राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आर पी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए ऐतिहासिक काम किया है। देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की राशि सीधे जा रही है। किसान यह समझता और जानता है कि जो 70 सालों में नहीं हुआ, मोदी सरकार उनके कल्याण के लिए वो सारे काम कर रही है।

कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए सिंह ने कहा कि कांग्रेस का यह कहना कि चुनाव को देखते हुए सरकार ने वापसी का यह फैसला किया है, अपने आप में यह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस भी अब मानने लगी है कि पंजाब में भाजपा एक बड़ी ताकत के रूप में उभर रही है।

भाजपा के स्टैंड को साफ करते हुए आईएएनएस से बातचीत के दौरान पार्टी के एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने कहा कि हमारा रूख बिल्कुल साफ है, जो प्रधानमंत्री के कथन से भी स्पष्ट होता है कि यह कानून किसानों के हित में लाया गया था और देश के हित में राष्ट्रीय सुरक्षा की वजह से ही इन्हें वापस लिया गया है।

दरअसल, भाजपा की रणनीति बिल्कुल साफ है कि जीत-हार की बजाय इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और देश हित से जोड़ते हुए आम जनता तक सच पहुंचाने की कोशिश की जाए और साथ ही किसानों के हितों में उठाए गए सरकार के कदमों का लगातार प्रचार-प्रसार किया जाए। शुक्रवार को कानून वापसी का ऐलान करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं जिन बातों का उल्लेख किया था, पार्टी उसे अपना सबसे बड़ा जवाबी शस्त्र भी मानती है।

--आईएएनएस

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे