करोड़ों रूपये की एटीएम फ्रॉड करने वाली राष्ट्रीय स्तर की गैंग का खुलासा, यूपी के चार शातिर ठग गिरफ्तार

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 15 नवम्बर 2021, 4:42 PM (IST)

बाड़मेर । डीएसटी व सीओ बालोतरा पुलिस की टीम ने एटीएम मशीन से छेड़छाड़ कर लाखों रूपये निकालने वाली राष्ट्रीय स्तर की गैंग का रविवार को पर्दाफाश कर उतरप्रदेश निवासी 4 ठगों को 1,92,500 रूपये नकद, विभिन्न बैंकों के 49 एटीएम कार्ड तथा 07 मोबाईल के साथ दस्तयाब कर उनके द्वारा वारदातों में प्रयुक्त यूपी नम्बर की ब्रेजा कार जब्त करने में सफलता प्राप्त की है।

बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि शनिवार रात नाकोड़ा रोड़ बालोतरा स्थित एसबीआई बैंक में एकाउंटेंट महेश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उनकी बैंक के 10 एटीएम कस्बा बालोतरा, खण्डप, समदड़ी, पचपदरा, पाटोदी इत्यादी जगहों पर लगे हुए है। पिछले कुछ समय से इन एटीएम मशीनों के सिस्टम से छेड़छाड़ कर अज्ञात व्यक्ति करीब 15 लाख रूपये से अधिक का ट्रांजेक्शन कर चुके है। रिपोर्ट पर थाना बालोतरा में मुकदमा दर्ज कर एएसपी नितेश आर्य व सीओ धनफुल मीणा के सुपरविजन में थानाधिकारी बालोतरा राजूराम, थानाधिकारी समदड़ी दाऊद खान, थानाधिकारी कल्याणपुर कैलाश दान एवं प्रभारी डीएसटी रामनिवास के नेतृत्व में टीम गठित की गई। डीएसटी प्रभारी रामनिवास की आसूचना पर रविवार को टीम ने चार ठगों को करीब 1.92 लाख रुपये, 49 एटीएम कार्ड व 7 मोबाइल एवं घटना में प्रयुक्त ब्रेजा कार सहित गिरफ्तार कर लिया।

एसपी भार्गव ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि इन्होंने विभिन्न एटीएम मशीनों में छेड़छाड़ कर लाखों रूपये की ठगी की है। इस गैंग के व्यक्ति किसी भी बैंक की एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड डालकर उसे हैक कर रूपये विड्रोल कर लेते है। जिसके बारे में संबंधित बैंक को काफी समय तक पता नहीं चलता है। इस दौरान आराम से विभिन्न एटीएम मशीनों से लाखों रूपये हड़प जाते है। ये लोग जिससे भी एटीएम कार्ड लेते है उसे कुल ट्रांजेक्शन का 50 प्रतिशत या कभी कभी 5 से 10 हजार के बीच में रूपये दे देते है।


गिरफ्तार किये गये आरोपी कुलदीप पाल पुत्र रामबरण (29), प्रशान्त उर्फ राजु पुत्र देवेन्द्र प्रताप यादव (30) एवं सुरज यादव पुत्र जगदीश (23) जिला कानपुर उत्तर प्रदेश एवं अजय कुमार पुत्र छोटे लाल निषाद (22) जिला उरोई जलोन उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। इनमे मुख्य सरगना कुलदीप पाल है। कुलदीप वर्ष 2017 तक कानपुर के कमल कान्त की गैंग में था। जिसे वह अपने मिलने वालों के एटीएम कार्ड 1500 से 5000 प्रति कार्ड के हिसाब से दे देता था। कमल कान्त से लड़ाई होने के बाद कुलदीप पाल ने कुछ समय उसने अपने व अपने मिलने वालों के एटीएम इस तरह की वारदात करने वाले अन्य लोगों को दिये थे। बाद में अपनी खुद की गैंग बना ली।

जिसमें वह देहात के सीधे युवकों को साथ में ले जाकर इस तरह की वारदात करवाता व इसके बदले में उन लड़को को 1500 से 2000 रूपये दे देता था। आरोपी प्रशांत यादव उर्फ राजु भी पहले किसी अन्य गैंग के साथ काम करता था। अभी हाल ही में इन लोगों ने मिलकर पुनः इस तरह की वारदाते करना शुरू किया। कुलदीप पाल व प्रशांत यादव ने मिल दिल्ली, उतरप्रदेश, मध्यप्रदेश व राजस्थान में कई एटीएम फ्रोड किया हे। दोनो पूर्व में इस तरह की वारदातों में जेल जा चुके है।

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