आज 14 नवम्बर है। भारत में जहाँ 14 नवम्बर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, वहीं दूसरी ओर वर्ष 2006 से इस दिन को पूरे विश्व भर में डायबिटीज डे (मधुमेह दिवस) के रूप में मनाया जाता है। आज ही दिन सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्म हुआ था, जिन्होंने 1922 में चाल्र्स बेस्ट के साथ मिलकर इंसुलिन की खोज की थी। 99 साल, 9 महीने, 21 दिन पहले, लियोनार्ड थॉम्पसन को इंसुलिन का अपना पहला सफल इंजेक्शन मिला।
यह एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। वर्तमान जीवन शैली के चलते यह बीमारी न सिर्फ बुजुर्गों बल्कि युवाओं के साथ-साथ अब बच्चों में भी पायी जाने लगी है। हाई ब्लड शुगर की यह बीमारी इंसान को मौत के दरवाजे तक पहुंचा सकती है। मधुमेह की शुरुआत तब होती है, जब पैन्क्रियाज इंसुलिन बनाने में असमर्थ हो जाती है। इसके अलावा पैन्क्रियाज द्वारा बनाया गया इंसुलिन शरीर सही से इस्तेमाल नहीं कर पाता है, तब यह तकलीफ उत्पन्न होती है। दुनियाभर में दस में से एक वयस्क को मधुमेह की शिकायत है। इसमें से अधिकतर लोगों को टाइप-2 डायबिटीज है। 90 फीसदी लोगों को टाइप-2 डायबिटीज परेशान करती है। हालाकि, डॉक्टर्स का कहना है कि अगर हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाया जाए तो डायबिटीज से बचा जा सकता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि कुछ हेल्दी फूड्स में फैट, शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शरीर में शुगर लेवल बढ़ाती हैं। डायबिटीज में इन हेल्दी चीजों का शरीर पर उल्टा असर होता है, इसलिए इन्हें ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
आइए डालते हैं एक नजर उन खाद्य पदार्थों पर जिनसे डायबिटीज के मरीज को दूर रहना चाहिए।
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ड्राइड फ्रूट (सूखे मेवे)
मधुमेह पीडि़त व्यक्तियों को ड्राइड
फ्रूट (सूखे मेवे) खाने से बचना चाहिए। बादाम, किशमिश, अंजीर, काजू खाने से
इस बीमारी के पीडि़तों को नुकसान हो सकता है। जितना हो सके, इनका कम सेवन
करना चाहिए।
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सफेद चावल
सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक
होती है जो शरीर में शुगर के लेवल को बढ़ा सकती है। डायबिटीज के मरीजों के
लिए ब्राउन राइस का सेवन करना चाहिए।
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आलू व केला
मधुमेह से पीडि़त
लोगों को आलू का सेवल नहीं करना चाहिए। आलू में शुगर की मात्रा अधिक होती
है। आलू खाने से उनका शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए शुगर वाले मरीजों को
आलू खाने के लिए डॉक्टर हमेशा मना करता है।
केला पोटैशियम, विटामिन
बी-6, फाइबर, मैग्नीशियम, आदि की मात्रा बहुत पाई जाती है पर साथ ही इसमें
नैचूरल शुगर भी अधिक होती है। कच्चे केले की तुलना में पके हुए केले में
16फीसदी ज्यादा शुगर की मात्रा होती है जो डायबिटीज मरीजों के लिए
नुकसानदेह साबित हो सकती है।
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फ्रूट जूस व कॉफी
मार्केट में मिलने
वाले जूस में फाइबर और न्यूट्रिएंट्स की मात्रा कम होती है और शुगर की
मात्रा अधिक रहती है। इसके सेवन से शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढऩे
लगती है। इसलिए डॉक्टर्स का कहना है कि डायबिटीज मरीजों को जूस के बजाय
ताजे फल का सेवन करना चाहिए। एक स्टडी के मुताबिक, पूरा फल खाने की बजाए
उसका जूस पीने से भी डायबिटीज की संभावना ज्यादा होती है।
कॉफी एनर्जी
लेवल, फैट बर्न और एकाग्रता बढ़ाने में मददगार है लेकिन शुगर सिरप, शुगर
क्यूब्स या क्रीम के साथ तैयार की गई कॉफी शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। बिना
चीनी वाली ब्लैक कॉफी का सेवन फायदेमंद रहता है।
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फ्लेवर्ड ओट्स
प्लेन
ओट्स खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ओट्स में बहुत फाइबर होता
है और यह डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार भी साबित होते है लेकिन मार्केट
में कई तरह के फ्लेवर्ड ओट्स भी मिलते है जिनका सेवन डायबिटीज के मरीजों
को नहीं करना चाहिए।
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शहद एवं प्रोटीन बार
शहद को चीनी का एक बेहतर
विकल्प माना गया है लेकिन कभी-कभार हाई शुगर कंटेंट की वजह से यह
नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को इसके सेवन
से बचना चाहिए। बाजार में बिकने वाली शहद में भी हाई शुगर कंटेंट हो सकता
है।
वर्कआउट से पहले और इसके बाद लोग प्रोटीन बार का सेवन करते है जो
शरीर को तुरंत एनर्जी देता है और मसल्स को मजबूती भी प्रदान करता है। पर
इसमें कैलोरी, शुगर, काब्र्स और फैट की मात्रा भी काफी अधिक होती है। ऐसे
में डायबिटीज के मरीज हाई फाइबर प्रोटीन बार ले सकते हैं जिसे फैट फ्री
मिल्क से बनाया गया हो।
नोट—यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं तो इन चीजों का सेवन अपने डॉक्टर से राय लेकर ही करें।
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