नई दिल्ली । कृषि कानूनों के खिलाफ
विरोध प्रदर्शन के बीच किसान नेताओं में आपसी मतभेद होना शुरू हो गया है,
यही कारण है कि गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने योगेंद्र यादव
को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
योगेंद्र यादव लखीमपुर खीरी हिंसा में के मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के घर
संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे, लेकिन जाने से पहले उन्होंने इसकी जानकारी
अन्य किसानों को नहीं दी, लेकिन ट्विटर के माध्यम से उन्होंने परिवार से
मुलाकात की तस्वीर साझा जरूर की थी।
योगेंद्र यादव के इस कदम से
संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ नेता नाराज चल रहे थे। उन्होंने यादव को एक
महीने के लिए संगठन से निलंबित कर दिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा
की गुरुवार को हुई बैठक में योगेंद्र यादव के निलंबन का फैसला लिया गया।
यादव को रात करीब 9 बजे फैसला सुनाया गया।
किसान नेताओं के
मुताबिक, योगेंद्र यादव ने अपनी गलती को स्वीकार कर ली है। अब वह एक महीने
तक आंदोलन का हिस्सा तो हो सकते हैं, लेकिन किसी किसान नेताओं की बैठक में
शामिल नहीं होंगे और न ही किसी आधिकारिक गतिविधियों का हिस्सा रहेंगे।
--आईएएनएस
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