योग के इन आसानों से पा सकते हैं पैरों के दर्द से छुटकारा

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 13 अक्टूबर 2021, 5:02 PM (IST)

अभी कुछ दिनों पहले की बात है मैं अपने ससुराल गया हुआ था। वहाँ पर बातों में मेरे साले साहब ने कहा कि आजकल मुझे रात को सोते वक्त पैरों में दर्द महसूस होता है। यह दर्द उंगलियों और पिंडलियों तक ही सीमित रहता है। साथ ही पैरों की नसों में बहुत खिंचाव महसूस होता है। यह परेशानी कई लोगों को होती है। ऐसा बहुत से कारणों से होता है। आइए डालते हैं एक नजर उन कारणों पर जिनकी वजह से यह होता है—
महिलाओं में ऐसा निम्न कारणों से होता है—
1. रसोई में काम करना
2. कपड़े धोना
3. मधुमेह से ग्रसित होना
4. ऊँची एडी की चप्पलें या सैंडिल लगातार पहनना
5. आवश्यकता से अधिक चलना।
वहीं पुरुषों में इसके मुख्य कारण हैं—
1. कई घंटों तक लगातार पैर लटका कर बैठना
2. आवश्यकता से अधिक दोपहिया या चार पहिया चलाना
3. ज्यादा देर तक खड़े रहना,
4. सख्त तलवों के जूते पहना आदि।
आयुर्वेद में योग के जरिये इस दर्द से निदान पाने का उपाय बताया गया है। वैसे भी आजकल योग का प्रचलन बहुत ज्यादा है। सुबह-सुबह उठकर लोग योग के विभिन्न प्रकार के आसन करते हैं। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप भी योग का सहारा ले सकते हैं। उक्त तकलीफ वाले मरीजों के लिए योगासन के साथ ही दर्द से छुटकारा पाने के लिए जीवन शैली में आवश्यक बदलाव लाना भी जरूरी है।

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डालते हैं एक नजर योग के उन आसनों पर जिनके जरिये आप अपने पैरों के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं—
पद्मासन- यह आसन बैठकर किया जाता है। पहले पैर लंबे कर आपस में सटा लें फिर बाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा पकडक़र दाहिने पैर को बाएं पैर की जंघा पर रख दें। फिर बाएं पैर को ऊपर की दाहिनी जंघा पर स्थापित करें। तब दोनों हाथ की कलाइयां घुटनों पर सीधी रखें। दोनों हाथ अंगूठे के पास वाली अंगुली अंगूठे से मिलाएं, बाकी तीन अंगुलियां सीधी रखें। आंखें बंद तथा रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। गर्दन सीधी तथा नासाग्र दृष्टि बनाए रखें अथवा भृकुटी पर चित्त को एकाग्र करें। यह समस्त दुर्भावनाओं का विनाशक पद्मासन कहा जाता है।
दंडासन- दीवार से पीठ लगाकर बैठ जाएं, कूल्हे पूरी तरह से दीवार से स्पर्श करें। घुटने व टांगें सीधे करके बैठ जाएं। योग बेल्ट की मदद से पांव के पंजे अपनी ओर खींचें। इस आसन को दस से पंद्रह मिनट करें, बीच में थकान महसूस होने पर पांव ढीले छोड़ें।
पादांगुठासन- पलंग या जमीन पर लेट कर दोनों टांगें सीधी कर लें। दोनों टांगें अपनी ओर खींचें। योग बेल्ट की मदद से टांग को सीधा ऊपर उठाएं। घुटना सीधा व पांव का पंजा अपनी ओर खींच कर रखें। आसन को लगभग एक से तीन मिनट के लिए रोकें। आसन को करते समय सांस न रोकें।
नोट—ऊपर बताए गए आसानों का प्रयोग डायबिटीज से पीडित व्यक्ति न करें। साथ ही इन आसनों का प्रयोग करने से पहले आप अपने योग गुरु से इनके बारे में पूरी तरह से जान लें।

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