पणजी। गोवा के पूर्व उपमुख्यमंत्री विजय सरदेसाई के अनुसार, 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले गोवा में सियासी घमासान शुरू हो गया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के मौजूदा विधायक और अध्यक्ष सरदेसाई ने मंगलवार को राज्य विधान सभा परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आगामी चुनाव क्षेत्रीय दलों के लिए एक चुनौती साबित होगा, जिन्हें राष्ट्रीय दलों द्वारा बड़े पैमाने पर प्रचार के लिए फंडिंग दी जा रही है।
सरदेसाई ने गोवा के क्षेत्रीय दलों जैसे गोवा फॉरवर्ड और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और आप, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और भाजपा जैसे राष्ट्रीय दलों के बीच गतिरोध की तुलना पिछले युग से की है, जब 1990 के दशक की शुरूआत में गोवा के बाजार में कोका कोला की एंट्री होने के बाद लोकप्रिय स्थानीय ब्रांड टॉप कोला का सफाया हो गया था।
सरदेसाई ने संवाददाताओं से कहा, "मौजूदा स्थिति ऐसी है कि अगर क्षेत्रीय ताकतें आ जाएं, तो भी दिग्गजों का कुछ नहीं कर सकते। यह टॉप कोला बनाम कोका कोला जैसा है।"
सरदेसाई ने कहा, "हर कोई (इरास्मो डी) सिकेरा का टॉप कोला चाहता है, लेकिन कोका कोला (गोवा में) आने के बाद टॉप कोला गायब हो गया। हम गायब नहीं होना चाहते हैं।"
गोवा के फिजी ड्रिंक मार्केट में कोका कोला के आने से पहले टॉप कोला राज्य का सबसे लोकप्रिय कोला था। दक्षिण गोवा के पोंडा उप जिले में निर्मित, टॉप कोला को 1981 में एक ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत किया गया था और 1990 के दशक की शुरूआत में कोका कोला ने गोवा और देश के बाकी हिस्सों में धूम मचाकर राज्य में कोला पेय की जगह ले ली और उसे मार्केट से खत्म कर दिया।
गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसे कई राष्ट्रीय दलों के साथ 2022 की शुरूआत में चुनाव होने हैं। 2012 के विधानसभा चुनावों और 2014 के आम चुनावों में करारी हार का सामना करने के बाद तृणमूल कांग्रेस राज्य की राजनीति में फिर से एंट्री करने में जुटी है।
--आईएएनएस
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