लखनऊ । वैश्विक महामारी में
जरूरतमंदों और गरीबों प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना प्रदेश की 80
हजार राशन की दुकानों से कल 80 लाख लोगों को फ्री राशन देकर एक और
कीर्तिमान रचने वाली है। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है।
कोरोना की पहली लहर में लॉकडाउन और अन्य कारणों के कारण किसी व्यक्ति को
भूखा न रहना पड़े, इसके लिए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न
योजना के तहत पिछले साल मार्च में फ्री राशन देने की घोषणा की थी। इसके तहत
11 महीने केंद्र सरकार और पांच महीने राज्य सरकार ने लोगों को 10 करोड़
कुंतल से अधिक फ्री राशन दिया है। इससे प्रदेश के करीब 15 करोड़ लोगों को
हर माह फ्री राशन मिला है।
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार
पीएम नरेंद्र मोदी कल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों
से सीधा संवाद भी करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में
गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न वितरित करेंगे। साथ ही वर्चुअली कार्यक्रम
में जुड़ेंगे। कोराना काल में कोई भूखा न रहे इसलिए सीएम योगी ने निर्देश
दिया था कि एक भी जरूरतममंद राशन से वंचित न रहे, राशन कार्ड न हो, तो
तत्काल बनाएं।
प्रदेश सरकार की ओर से ई-पॉस मशीनों के माध्यम से
राशन वितरण शुरू कराया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि राज्य सरकार को मई तक
करीब 3263 करोड़ से अधिक की सब्सिडी की बचत हुई है।
सरकार की ओर से
प्रति यूनिट पांच किलो गेहूं, चावल और चना निशुल्क दिया जा रहा है, अभी
नवंबर तक और दिया जाएगा। इतना ही नहीं, वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना के
तहत 43,572 कार्डधारकों ने दूसरे राज्यों और दूसरे राज्यों के 6616
कार्डधारकों ने प्रदेश में लिया राशन है। साथ ही प्रदेश में 8137 से अधिक
असहाय लोगों को उनके घर पर ही राशन पहुंचाया गया है।
प्रदेश में कल
सरकारी राशन की हर दुकान पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कम से कम 100
लाभार्थियों को फ्री राशन दिया जाएगा, इनमें कुछ ऐसे लाभार्थी भी होंगे,
जिन्हें पहली बार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन दिया
जाएगा। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जिलों में थैले भेजे गए हैं,
जिसमें राशन दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के
तहत सभी अन्त्योदय और पात्र गृहस्थी कार्डधारकों प्रति यूनिट पांच किलो
निशुल्क राशन और प्रति कार्ड एक किलो निशुल्क चना का वितरण पिछले साल माह
अप्रैल से नवम्बर तक कराया गया था। इस दौरान कुल 56.21 लाख मीट्रिक टन राशन
और 2,69,529 मीट्रिक टन चना निशुल्क दिया गया है। इस साल मई से नवम्बर तक
निशुल्क राशन दिया जा रहा है। अब तक 21.14 लाख मीट्रिक टन राशन दिया गया
है।
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत प्रवासी मजदूरों को अस्थायी राशन
कार्ड संख्या जेनरेट करते हुए पिछले साल मई से अगस्त तक प्रति यूनिट पांच
किलो के हिसाब से 11,888.657 मीट्रिक टन निशुल्क राशन और प्रति कार्ड एक
किलो के हिसाब से 1060.497 मीट्रिक टन निशुल्क चना भी दिया गया है।
--आईएएनएस
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