राजस्थान विश्वविद्यालय के नाम 74 साल बाद होगी पूरी 817 बीघा 08 बिस्वा

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 19 जून 2021, 1:31 PM (IST)

जयपुर| राजस्थान विश्वविद्यालय के आधिपत्य की राजस्थान काॅलेज, महारानी काॅलेज, काॅमर्स काॅलेज, महाराजा काॅलेज की भूमि सहित करीब 500 बीघा जमीन का नामान्तरकरण जल्द ही सरकार की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय के नाम दर्ज कराया जाएगा।

जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा के निर्देश पर शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर इकबाल खान की अध्यक्षता में हुई बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों को इसके लिए 30 जून तक का समय दिया गया है।

बैठक में इस भूमि के अलावा विश्वविद्यालय के मालिकाना हक की ऐसी जमीनों का सर्वे कर उनका नामान्तरकरण विश्वविद्यालय के हक में करने के लिए कार्यवाही के लिए भी निर्देशित किया गया। जो राजस्व रिकाॅर्ड में वन विभाग अथवा जेडीए के नाम दर्ज है लेकिन विश्वविद्यालय के पजेशन में है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर खान ने बैठक में वन विभाग, जेडीए, तहसीदार सांगानेर एवं जयपुर, एसडीएम सांगानेर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निर्देश प्रदान किए। विश्वविद्यालय की ओर से रजिस्ट्रार के.एम.दुरिया एवं सलाहकार राजस्थान विश्वविद्यालय डाॅ.गिरवर सिंह ने विश्वविद्यालय का पक्ष रखा।

खान ने जयपुर एवं सांगानेर के तहसीलदारों को निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय की जो जमीन सिवाच चक हैं एवं विवादित या अतिक्रमण में नहीं है। उनका नामान्तरकरण पूर्व में दिए गए आदेशों के अनुसार विश्वविद्यालय के पक्ष में जून माह में ही खोल दिया जाए।

खान ने वन विभाग और जेडीए के नाम राजस्व रिकाॅर्ड में अंकित जमीन के सम्बन्ध में वन विभाग के डीएफओ तथा जोन उपायुक्त प्रथम से चर्चा कर भूमि के वेरिफिकेशन के निर्देश दिए।
सम्बन्धित तहसील के तहसीलदारों को यह भी निर्देशित किया गया कि मौके पर भूमि के सीमा ज्ञान में संषय होने पर भू प्रबन्धन विभाग से सम्पर्क कर वास्तविक स्थिति पता की जाए। खान ने बताया कि कई वर्ष पूर्वं भी राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा इस सम्बन्ध में आवेदन किया गया था।

राजस्थान विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डाॅ.आर.बी सिंह ने कुछ समय इस मामले को लेकर तत्कालीन संभागीय आयुक्त डाॅ.समित शर्मा एवं जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा से मुलाकात की थी।

इस पर नेहरा ने अधिकारियों को विश्वविद्यालय के आधिपत्य की भूमि विश्वविद्यालय के नाम दर्ज करवाने के लिए तथ्यात्मक जानकारी जुटाने एवं नामान्तरकरण दर्ज करने की कार्यवाही करने के निर्देष दिए थे।

राजस्थान विश्वविद्यालय की भूमि की वर्तमान स्थिति..
वर्तमान में राजस्थान विश्वविद्यालय व सम्बद्ध महाविद्यालयों के आधिपत्य में कुल भूमि 204.33 हैक्टेयर है। *बीघा में इसका माप करीब 817 बीघा 08 बिस्वा है। इस भूमि में से 323 बीघा 07 बिस्वा भूमि का नामान्तरकरण राजस्थान विश्वविद्यालय के नाम हो चुका है।

भूमि का यह हिस्सा विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर से सम्बन्धित है। लेकिन कई वर्ष के बाद भी अब तक 494 बीघा 01 बिस्वा अर्थात 123.5 हैक्टेयर भूमि का नामान्तरकरण राजस्थान विश्वविद्यालय के नाम दर्ज नहीं है। यह भूमि वर्तमान में राजस्व गांव महादेवपुरा, चकभवानी शंकरपुरा तहसील जयपुर व ग्राम झालाना डूंगरी, तहसील सांगानेर की स्थित है।

यह भूमि सिवायचक, वन विभाग, जेडीए, पीडब्ल्यूडी व आंशिक खातेदारी में है। इसमें राजस्थान काॅलेज एवं काॅमर्स काॅलेज की 153 बीघा 7 बिस्वा, महाराजा काॅलेज व महारानी काॅलेज की 83 बीघा 4 बिस्वा भूमि भी शामिल है।

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