शिमला । हिमाचल प्रदेश का आयुर्वेद
विभाग लोगों को प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक प्रदान कर रहा है जो उन्हें
कोरोनावायरस से लड़ने में मदद करता है, विभाग के अधिकारियों ने रविवार को
इस बात की जानकारी दी।
मधुशतीयादी कशाय या 'काड़ा' नाम की प्रतिरक्षा खुराक वरिष्ठ
नागरिकों को निशुल्क प्रदान की जा रही है, जिसमें कोरोना योद्धा भी शामिल
हैं।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि खुराक के लगभग डेढ़ लाख
पैकेट वितरित किए गए हैं और विभाग के पास सात लाख से अधिक पैकेट बनाने का
लक्ष्य है।
चिकित्सा की आयुर्वेदिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए, राज्य सरकार ने विभिन्न कदम उठाए हैं।
कुल
1,252 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थान, जिसमें 1,185 स्वास्थ्य केंद्र, 34
अस्पताल, 14 होम्योपैथी केंद्र, तीन यूनानी केंद्र, चार अम्ची केंद्र और 12
अन्य संस्थान शामिल हैं, जो स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।
राज्य
ने मंडी जिले के जोगिंद्रनगर, हमीरपुर जिले के नेरी, शिमला जिले के रोहड़ू
और बिलासपुर जिले के जंगल झलेरा में हर्बल उद्यान स्थापित किए हैं।
विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों को हर्बल उद्यानों में उगाया जा रहा है और
विभिन्न बीमारियों के लिए दवाईयां तैयार करने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
औषधीय पादप संवर्धन योजना के तहत, विभाग औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
--आईएएनएस
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