मुंबई। जॉन अब्राहम और इमरान हाशमी की मुंबई सागा बीते शुक्रवार को रिलीज हुई है। बता दे कि 80 और 90 के दशक में सेट, मुंबई सागा संजय गुप्ता द्वारा अभिनीत एक गैंगस्टर ड्रामा है। मुंबई सागा अमर्त्य राव (जॉन अब्राहम) जैसे सब्जी-भाजी की दुकान लगानेवाले एक आम लड़के से गैंगस्टर बनने की कहानी है। फिल्म में 80 के दशक का मुंबई है, जहां पर गायतोंडे (अमोल गुप्ते ) अपने गुंडों के जरिए जेल में बैठकर हफ्ता वसूली का धंधा चलाता है। उसी सिलसिले में एक बार वह जब उसके गुंडे अमर्त्य राव के छोटे भाई अर्जुन (प्रतीक बब्बर) को जान से मारने की कोशिश करते हैं, तब अमर्त्य बदला लेने के लिए हथियार उठा लेता है।
गैंगस्टर बनने की राह में अमर्त्य के सर पर हाथ रखता है मुंबई का किंगमेकर भाऊ (महेश मांजरेकर) माफिया, सत्ता, राजनीति और दुश्मनी के इस सफर में गैंगस्टर के रूप में अमर्त्य का कद बढ़ता जाता है। वह काजल अग्रवाल से शादी भी कर लेता है और अपने छोटे भाई अर्जुन को इस खूनी खेल से दूर रखने के लिए लंदन भेज देता है, मगर कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब अमृत्य मुंबई के जाने-माने मिल मालिक खेतान (समीर सोनी) को सरेआम कत्ल कर देता है और वहीं से मुंबई की सत्ता पर काबिज रखने का अमर्त्य का गणित गड़बड़ा जाता है।
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खेतान की पत्नी (अंजना सुखानी) अपने पति के कातिल को पकड़वाने के
लिए उस पर दस करोड़ का ईनाम रख देती है। अब अमर्त्य को गायतोंडे जैसे काइयां
दुश्मन का सामना तो करना ही है, साथ ही विजय सावरकर (इमरान हाशमी) जैसे
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के वार से भी बचना है। गैंगस्टर और पुलिस की इस
लुकाछिपी में किसकी जीत होती है, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
इमरान
हाशमी की एंट्री फिल्म में लेट होती है, मगर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अफसर के
रूप में वे रंग जमा देते हैं। जॉन और इमरान नहले पर दहला साबित हुए हैं।
Mumbai Saga Review
कलाकार: जॉन अब्राहम, इमरान हाशमी, सुनील शेट्टी, महेश मांजरेकर, प्रतीक बब्बर, काजल अग्रवाल, अंजना सुखानी और इमरान हाशमी आदि
लेखक: संजय गुप्ता, वैभव विशाल
निर्देशक: संजय गुप्ता
निर्माता: भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, अनुराधा गुप्ता
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