डीयू : वीसी पद के लिए 100 से ज्यादा आवेदन पर कार्यवाहक वीसी को मिल सकता है एक्स्टेंशन

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 07 मार्च 2021, 8:03 PM (IST)

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर (कुलपति) का कार्यकाल 10 मार्च को समाप्त हो रहा है। कार्यकाल समाप्ति से 6 महीने पूर्व नए वाइस चांसलर ढूढ़ने की कवायद शुरू कर दी जाती है। हालांकि इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति की तलाश में देर हो चुकी है। इस देरी के बाद अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय मौजूदा कार्यवाहक कुलपति पीसी जोशी का कार्यकाल बढ़ाने जा रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय के मौजूदा वाइस चांसलर योगेश कुमार त्यागी दिल्ली विश्वविद्यालय मार्च 2016 में दिल्ली विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था। शिक्षा मंत्रालय ने त्यागी को इस पद पर पांच साल के लिए नियुक्त किया था। हालांकि राष्ट्रपति ने शिक्षा मंत्रालय की ही सिफारिश पर अक्टूबर 2020 में योगेश कुमार त्यागी को निलंबित कर दिया था।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए अभी तक 100 से अधिक प्रोफेसर एवं शिक्षाविदों ने आवेदन किया है। वाइस चांसलर की नियुक्ति दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिनियम -1922 के प्रावधानों के अंतर्गत नियुक्ति गठित समिति द्वारा सिफारिश किए गए नामों के पैनल में से की जाएगी।

शिक्षा मंत्रालय को भेजी गए इन आवेदनों की जांच दिल्ली विश्वविद्यालय की सर्च कमेटी कर रही है। सभी आवेदनों की स्क्रूटनी करने के बाद सर्च कमेटी द्वारा 3 नाम चुने जाएंगे। इन चयनित नामों को शिक्षा मंत्रालय के समक्ष रखा जाना है। बाद में शिक्षा मंत्रालय इन नामों को राष्ट्रपति के पास भेजेगा जिनमें से किसी एक नाम को मंजूरी दी जाएगी।

इस प्रक्रिया पर दिल्ली विश्वविद्यालय एकेडमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य एवं डीटीए के प्रभारी डॉ हंसराज सुमन ने कहा, "नए कुलपति की नियुक्ति के लिए मंत्रालय में किसी तरह की कोई सुगबुगाहट नहीं है। आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग व स्कूटनी की प्रक्रिया भी अभी पूरी नहीं हुई है। अब इतनी जल्दी कैसे नियुक्ति संभव है। जिस तरह से अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति को एक्सटेंशन दिया गया है ठीक वैसे ही कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर जोशी को एक्सटेंशन मिल सकता है।"

वहीं दिल्ली विश्विद्यालय (डीयू) के निलंबित कुलपति प्रो योगेश कुमार त्यागी ने निलंबन के 4 महीने बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होने कहा, "कर्तव्य की उपेक्षा को लेकर उनके खिलाफ चल रही जांच नियमों के खिलाफ है। इसलिए उनका निलंबन तत्काल रद कर उन्हें बहाल किया जाए।" त्यागी ने राष्ट्रपति को यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जबकि उनका कार्यकाल समाप्त होने को है और नए वीसी की तलाश शुरू की जा रही है।

गौरतलब है कि दुनिया भर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के लिए क्यूएस वल्र्ड रैंकिंग जारी की गई है। इस वल्र्ड रैंकिंग में भारत के कई उच्च शिक्षण संस्थानों ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 100 संस्थानों की सूची में अपनी जगह बनाई है। भारत के शिक्षण संस्थानों में आईआईटी मद्रास अव्वल रहा, आईआईटी बॉम्बे दूसरे नंबर पर है। आईआईटी खड़गपुर तीसरे और दिल्ली विश्वविद्यालय चौथा स्थान हासिल करने में कामयाब रहा है।

--आईएएनएस

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