राजस्थान में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के विकास के लिए 'वेडिंग्स' ने खोले नए अवसर - कमिश्नर, राजस्थान फाउंडेशन

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 06 फ़रवरी 2021, 12:36 PM (IST)

जयपुर । वेडिंग्स ने होटल क्षेत्र को पुनर्जीवित करने में मदद की है। यह राजस्थान में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के विकास के लिए एक नया अवसर प्रदान करता है। वेडिंग टूरिज्म और डेस्टिनेशन वेडिंग्स राजस्थान हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण गेम-चेंजर हो सकते हैं। राजस्थान सरकार इसे बड़े अवसर के रूप में देखती है। नई पर्यटन नीति मौजूदा टूरिज्म प्रॉडक्ट्स को कम-ज्ञात स्थलों को प्राथमिकता देते हुए विविधता लाने और डेस्टिनेशन वेडिंग्स सहित विजिटर्स के अनुभवों में सुधार लाने का प्रयास करती है। पॉलिसी के अनुसार, वेडिंग प्लानर्स और मैनेजमेंट फर्मों की सुविधा के लिए वेडिंग डेस्टिनेशंस की पहचान कर, ग्रेडिंग और लिस्टेड किया जाएगा। यह जानकारी कमिश्नर, राजस्थान फाउंडेशन, श्री धीरज श्रीवास्तव ने दी। वे शुक्रवार को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर वेडिंग टूरिज्म - 'पोजिशनिंग राजस्थान एज वेडिंग कैपिटल ऑफ इंडिया’ विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। वेबिनार का आयोजन फिक्की और राजस्थान टूरिज्म द्वारा किया गया था। सेशन का संचालन फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के हेड अतुल शर्मा ने किया।

सीईओ, ओयो वेडिंग्स डॉट इन संदीप लोढ़ा ने कहा कि को़वि़ड के बाद वेडिंग इंडस्ट्री में दो ट्रैंड देखे गए हैं - small weddings और domestic weddings। राजस्थान इन ट्रैंड्स से सबसे अधिक लाभ उठाने के लिए तैयार है क्योंकि राजस्थान में शादियों की मांग पहले से ही बहुत अधिक है, पिछले एक महीने में हमें राजस्थान में शादी के लिए 6000 से अधिक लोगों ने संपर्क किया है। अग्रेसिव मार्केटिंग के अलावा, अन्य लाभ जैसे - जीएसटी छूट, हेरिटेज प्रॉपर्टीज के सेक्शन को खोलना, कानून और व्यवस्था संरक्षण और सर्टिफाइड वेडिंग प्लैनर्स प्रदान करना राजस्थान को लीडिंग वेडिंग डेस्टिनेशन का स्थान दिलाने में मदद कर सकता है।

एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि शादियां अब सिर्फ केवल एक पारिवारिक मामला नहीं है, बल्कि यह एक देश का और आर्थिक मामला है। वेडिंग्स ने भारत को विश्वस्तर पर प्रस्तुत किया है। झीलों के शहर होने के अलावा, उदयपुर शहर की आज खुद की एक रचनात्मक पहचान हैं, जो कि लेक कोमो, इटली के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाले एक प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है।भारत एक छत के नीचे सब कुछ प्रदान करता है जैसे कि पैलेस, बीच, रेगिस्तान आदि, जो कि अन्य देशों में मुश्किल है।

विषय पर संबोधित करते हुए फिक्की के महासचिव दिलीप चेनॉय ने कहा कि घरेलू पर्यटन सहित सोशल एमआईसीई (MICE) इस क्षेत्र में विकास का काम करेंगे। कई राज्यों ने अपने टारगेट सोर्स मार्केट तक पहुंचने के लिए पहले ही अपने अभियान शुरू कर दिए हैं। घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फिक्की, राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है।

फाउंडर, वेडिंगलाइन चेतन वोहरा ने कहा कि भारतीय शादियों के लिए घरेलू ग्राहकों की उम्मीदें काफी अधिक हैं, जहां तक कि इंटरनेशन्ल वेडिंग्स की बात करे तो वहां उनकी उम्मीदें इतनी अधिक नहीं होती। प्रतिभाशाली कलाकारों और रंगीन पारंपरिक सजावट के रूप में कला और संस्कृति के जरिए वेडिंग्स को और खुशनुमा बनाया जा सकता है।

चेयरमैन, शाहपुरा होटल सुरेन्द्र सिंह शाहपुरा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को भी वेडिंग डेस्टिनेशन्स के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है जिससे कि छोटे होटल्स भी वेडिंग टूरिज्म से लाभान्वित हो सकें। राजस्थान के वेडिंग डेस्टिनेशन्स से होटल सेक्टर्स में फिर से उछाल आएगा जैसे कि मार्च 2020 में स्थिति थी।

को-चेयरमैन, फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल एंड सीएमडी, मंडावा होटल्स रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि शादियां अब छोटी, अधिक इंटिमेट और सख्त स्वच्छता मानकों पर जोर देती हैं। राजस्थान की प्रतिस्पर्धी रूप से इस संभावित क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। यह बेहतर कनेक्टिविटी, हैरिटेज प्रॉपर्टीज और आधुनिक वास्तुकला की भव्यता के कारण है।

द इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (ईईएमए) के महासचिव सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि भारत में शादी करने के लिए राजस्थान पहले से ही पसंदीदा स्थानों में से एक है। विश्व स्तर के सर्वश्रेष्ठ समाधान यहां आसानी से उपलब्ध हैं। हालांकि, राज्य में वेडिंग इंडस्ट्री का पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं हुआ है। राज्य में वेडिंग डेस्टिनेशन्स को बढ़ावा देने के लिए 10 से अधिक डेस्टिनेश्न्स बनाए जा सकते हैं।

पर्यटन विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए अजय शर्मा ने सरकार से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया और क्षेत्र के विकास के लिए सुझाव देने का अनुरोध किया, जिन्हें पर्यटन नीति के दिशा-निर्देशों में शामिल करने पर विचार किया जा सकता है।


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