बजट पर विपक्ष का कटाक्ष, अखिलेश ने बताया दिशाहीन

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 01 फ़रवरी 2021, 6:33 PM (IST)

लखनऊ। केंद्र सरकार के बजट पर उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस मुखिया लल्लू ने मोदी सरकार को बजट पर घेरा है। बसपा की मुखिया मायावती ने आम बजट पर अपनी प्रक्रिया को लेकर दो ट्वीट किए हैं। मायावती ने शंका जताई है और कहा कि, "संसद में आज पेश केंद्र सरकार का बजट पहले मंदी व वर्तमान में कोरोना प्रकोप से पीडित देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने तथा यहां की अति-गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को क्या दूर कर पाएगा। इन्हीं आधार पर सरकार के कार्यकलापों व इस बजट को भी आंका जाएगा।"

मायावती ने आगे कहा कि, "हमारे देश की करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केंद्र तथा राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोखले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है। उनका जीवन लगातार त्रस्त है। केंद्र तथा राज्य सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करें तो यह सभी के लिए बेहतर होगा।"

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि, "इस बजट ने उन सभी प्रदर्शनकारी किसानों को क्या दिया। भाजपा हमेशा कहती थी कि वो सभी की आय दोगुनी करेगी। क्या इस बजट से किसानों की आय दोगुनी हो रही। हमारे युवा जो पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए काम, रोजगार के लिए इस बजट में क्या व्यवस्था की गई है। क्या इनको रोजगार मिलेगा।"

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को किसानों, गरीबों व युवाओं के लिए निराश करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि, "यह बजट दिशाहीन है। युवाओं को निराश कर रहा है। यूपी में तमाम एक्सप्रेसवे बन रहे। क्या समय से यह पूरे हो पाएंगे। किसान, उद्योग जगत को निराश किया है। गरीबों को धोखा देने वाला है।"

उन्होंने कहा कि नोटबंदी, से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है। सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि, सरकार सब कुछ बेंचने पर लगी हुई है। बड़े पैसे वालों को लाभ मिल रहा है। किसान आंदोलन को लेकर अखिलेश ने कहा कि, सरकार को किसानों की बात मान लेनी चाहिए। किसान को बाजार पर नहीं छोड़ सकते हैं। तीनों बिल वापस होना चाहिए।

अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, कोरोना के दौरान मजदूरों को हजारों किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। कोरोना काल में सरकार लापरवाह रही। आगे बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि, हमारे यहां मुख्यमंत्री सिर्फ नाम बदलते हैं, शिलान्यस करते हैं। बाकी काम कुछ नहीं करना है।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, "2021 बजट से स्पष्ट है कि मोदी सरकार पूंजीपतियों की गुलाम है। सरकार ने देश की संपत्तियों को अंबानी-अदानी को सौंपने की तैयारी कर ली है। किसान, नौजवान, गरीब, मजदूर, मध्यम वर्ग से पूंजीपतियों वाली सरकार का कोई सरोकार नहीं है। यह बजट देश को कॉरपोरेट का बंधुवा मजदूर बना देगा।"

--आईएएनएस

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