हरियाणा के और 223 गांवों को 24 घंटे मिलेगी बिजली - मुख्यमंत्री

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 27 जनवरी 2021, 11:43 AM (IST)

चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को गांवों में चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने का वादा पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 'म्हारा गांव, जगमग गांव' योजना में और 223 गांवों को शामिल करने की घोषणा की। इसके साथ, राज्य में बिजली पाने वाले गांवों की कुल संख्या बढ़कर 5,223 हो जाएगी।

खट्टर ने यह बात चंडीगढ़ के पास पंचकूला में 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि इस समय लगभग 1,500 गांव हैं, जहां प्रतिदिन 16 से 21 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि इन गांवों में भी 24 घंटे आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी), हरियाणा पुलिस और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के दल की परेड का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने सभी शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्र हमेशा वीर सपूतों के बलिदान के लिए ऋणी रहेगा।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए उनके द्वारा दिए गए बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।

उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वतंत्रता सेनानियों और उनकी विधवाओं को 25,000 रुपये की मासिक पेंशन दी जाती है।

इसके अलावा, देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहादत पाने वालों के 332 आश्रितों को सरकारी नौकरी दी गई है।

साथ ही, उनके परिवारों को पूर्व अनुदान अनुदान को भी 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया गया है।

इस अवसर पर पंचकूला के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि पंचकूला 1995 में हरियाणा का 17वां जिला बना था।

उन्होंने कहा कि पंचकूला का ऐतिहासिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि 51 शक्तिपीठों में से एक मनसा देवी शक्तिपीठ भी यहां है, जिसका धार्मिक स्थल के रूप में विशेष महत्व है।

इसके अलावा, पिंजौर में गुरुद्वारा मंजी साहिब और पंचकूला में नाडा साहिब गुरुद्वारा महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं।

कोविड-19 महामारी का जिक्र करते हुए, खट्टर ने कहा कि देश और राज्य को कठिन दौर से गुजरना पड़ा।

उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत ने दुनिया में महामारी से लड़ने में विश्व में एक नेतृत्व किया है, क्योंकि देश के वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस के लिए दो स्वदेशी टीके विकसित किए हैं।

उन्होंने कहा कि देश में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है, जिसमें पिछले 10 दिनों के दौरान 10 लाख लोगों को कवर किया गया है।

--आईएएनएस


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