चंडीगढ़ । हरियाणा के
वरिष्ठ जाट नेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में केंद्रीय
मंत्री रह चुके चौधरी बीरेंद्र सिंह ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया
है।
सिंह ने कहा है कि वह दिल्ली की सीमाओं पर जाने के इच्छुक हैं, जहां किसान
पिछले 24 दिनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हरियाणा
के रोहतक जिले के सांपला में शुक्रवार को भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय
मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह किसानों के समर्थन में नजर आए और कृषि विरोधी
एक धरने में भी शामिल हुए। सर छोटूराम मंच के सदस्यों ने एक धरने का आयोजन
किया था, जिसमें शामिल हुए सिंह ने कहा है कि नए कृषि कानूनों का विरोध
करने वाले किसानों का आंदोलन सबका आंदोलन है।
हरियाणा की राजनीति में काफी प्रभावशाली जाट नेता ने कहा, "किसानों का विरोध अब सबका आंदोलन है।"
सर
छोटूराम की प्रतिमा के पास ही सर छोटू राम मंच के सदस्यों द्वारा धरने का
आयोजन किया गया था, जिसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर
2018 में किया था।
जाने-माने किसान अधिकार नेता के पोते, सर छोटूराम, बीरेंद्र सिंह हरियाणा में एक जाट नेता हैं।
बीरेंद्र
सिंह भाजपा में शामिल होने से पहले चार दशकों तक कांग्रेस में रहे। वह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली मंत्रिपरिषद के सदस्य रहे हैं। उन्होंने
2014 में हरियाणा विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस का पुराना साथ
छोड़ते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था।
उनके बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से भाजपा के सांसद हैं।
चौधरी
बीरेंद्र सिंह ने धरना स्थल पर कहा, "मैं दिल्ली बॉर्डर पर जाने के लिए
उत्सुक हैं। वहां किसान तीन हफ्ते से ज्यादा वक्त से नए कानूनों का विरोध
कर रहे हैं। मैं उनके साथ खड़ा हूं, यह हर किसी का आंदोलन है। यह समाज के
किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं पहले से ही
मैदान में हूं और अपना मन बना चुका हूं। अगर मैं सामने नहीं आया तो लोगों
को लगेगा कि मैं राजनीति कर रहा हूं।"
--आईएएनएस
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