पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूछा , खट्टर सरकार किसानों को क्यों रोक रही है?

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 26 नवम्बर 2020, 4:33 PM (IST)

चंडीगढ़ । कृषि कानूनों के विरुद्ध रोष प्रकट करने के लिए दिल्ली की तरफ कूच कर रहे किसानों को हरियाणा द्वारा रोकने की जबरन कोशिशें करने की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों को हाशिए पर धकेलने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को चेतावनी दी।
एम.एल. खट्टर सरकार को दिल्ली में शांतमयी ढंग से अपनी आवाज़ उठाने के लिए प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय मार्ग के द्वारा निकलने की इजाज़त देने की अपील करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों को आगे बढऩे से रोकने की ज़रूरत पर सवाल उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एम.एल. खट्टर सरकार किसानों को दिल्ली की तरफ जाने से क्यों रोक रही है? उन्होंने कहा कि शांतमयी ढंग से रोष प्रकट कर रहे किसानों पर निर्दयी बल का दमनकारी प्रयोग करना पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। मुल्क का पेट भरने वालों के हाथ पकडऩे की ज़रूरत है न कि उन्हें धकेलने की।
मुख्यमंत्री ने संवैधानिक दिवस के अवसर पर इस कार्यवाही को दुखद कदम करार देते हुए कहा कि किसानों के रोष प्रकट करने के संवैधानिक अधिकार को दबाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस द्वारा बल का बेरहम प्रयोग किये जाने की कड़ी आलोचना की जिसने राज्य के द्वारा दिल्ली की तरफ कूच कर रहे पंजाब के किसानों को रोकने के लिए पानी की बौछार और आँसू गैस का प्रयोग किया और बहुत से स्थानों पर हरियाणा के किसानों को उनके गाँवों से बाहर निकलने की आज्ञा नहीं दी गई।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हिंसा की क्या ज़रूरत थी। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान बिना किसी दिक्कत के पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे हैं, यहाँ तक कि राज्य को इससे करोड़ों रुपए का घाटा भी सहना पड़ा। हरियाणा सरकार की कार्यवाहियों को भडक़ाऊ करार देते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में हिंसा और अमन-कानून की कोई समस्या पैदा नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग दो महीनों से किसान बिना किसी मुश्किल के पंजाब में शांतमयी ढंग से रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा सरकार बल का प्रयोग करके किसानों को क्यों भडक़ा रही है? क्या सार्वजनिक मार्ग से शांतमयी तरीके से गुजऱने का किसानों को कोई हक नहीं है?
मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप को किसानों के विरुद्ध एसे अन्याय वाले हत्थकंडे न अपनाने के लिए अपनी राज्य सरकारों को निर्देश देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की बात सुनी जाये और उनकी चिंताएं दूर की जाएँ। उन्होंने देश के हित में किसानों की चिंताओं का शांतमयी हल निकालने के लिए कहा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा हरियाणा में किसानों के विरुद्ध पुलिस बल के प्रयोग की आलोचना करने पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों के मुद्दे के प्रति आम आदमी पार्टी के नेता की गंभीरता पर संदेह ज़ाहिर किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्रीय खेती कानूनों के खतरों का मुकाबला करने के लिए राज्य की विधानसभा में अपने स्तर पर कानून लाने में नाकाम क्यों रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल सिफऱ् ढकोसला कर रहा है। वास्तव में न तो उसे किसानों की परवाह है और न ही उनकी रक्षा करने में कोई रूचि है। उन्होंने दिल्ली के अपने हमरुतबा को कहा कि यदि उनको सचमुच ही किसानों की चिंता है तो दोगलापन दिखाने की बजाय वह किसानों के साथ डट कर खड़े हों।

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