जयपुर। दिवाली पर्व पर सुख, समृद्धि और वैभव में वृद्धि के लिए लक्ष्मी-गणेश पूजन किया जाता है। माता लक्ष्मी के प्रसन्न होने से उसके घर पर सुख, समृद्धि और वैभव का वास होने लगता है। धन लाभ और वैभव के लिए दिवाली की शाम को किसी बरगद के पेड़ की जटा में एक गांठ लगाएं। तुलसी के पौधे पर लाल या पीले रंग का कोई वस्त्र चढ़ाएं और पौधे की जड़ में एक घी का दीप जलाकर रखें।
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लक्ष्मी पूजन के समय गोमती चक्र को पूजा की थाली में रखकर मां की पूजा
करें। लक्ष्मी माता के पूजन में नौ बत्ती वाला दीपक जलाएं। दिवाली पर चांदी
की कटोरी में कपूर जलाकर माता लक्ष्मी की आरती करनी चाहिए। काली हल्दी को
लाल कपड़े में बांधकर देवी लक्ष्मी को अर्पित करें और फिर उसको तिजोरी में
रख दें। हत्थाजोड़ी में सिंदूर लगाकर तिजोरी में रखें। इससे आपकी आय बढ़ेगी
और आपके अनावश्यक खर्चों में कमी आएगी। दिवाली की रात उल्लू की तस्वीर को
तिजोरी पर लगाएं।
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नौकरी या बिजनेस में आय में वृद्धि चाहते हैं तो इस दिवाली उड़द की दाल और
सिंदूर पीपल के नीचे रख कर वहां एक दीपक जलाएं। आय में आ रही बाधा को रोकने
के लिए पीपल के पत्ते पर कुमकुम लगाकर उस पर लड्डू रखें और फिर हनुमान जी
को भोग लगाएं। दिवाली की रात पीपल के पत्ते पर दीप जलाकर जल में प्रवाहित
करें।
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गन्ने की जड़ को लाल वस्त्र में लपेटकर सिंदूर और लाल चंदन लगाकर तिजोरी या धन रखने के स्थान में रख दें। दिवाली में किसी भी मंदिर में झाडू का दान करें। कार्यो एवं धन में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए पूजन के समय अपामार्ग की जड़ देवी लक्ष्मी के पास रखें और पूजन के बाद उसे अपनी दायीं बाजू में बांध लें।
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