फिरोजाबाद । उत्तर प्रदेश
में कांग्रेस को विधानसभा उपचुनावों से पहले ही एक बड़ा झटका लगा है।
टूंडला विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन को जांच के
दौरान रद्द कर दिया गया है।
कांग्रेस उम्मीदवार स्नेह लता के नामांकन पत्र को अधूरा पाया गया और
रिटर्निग अधिकारी ने उनकी उम्मीदवारी को खारिज कर दिया।
हालांकि,
कांग्रेस नेता ने प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि यह भाजपा उम्मीदवार को
फायदा पहुंचाने के लिए किया गया, क्योंकि उन्होंने दो सेट नामाकंन पत्र
दाखिल किए थे और दोनों को कारण बताए बिना खारिज कर दिया गया था।
कांग्रेस
उम्मीदवार ने धूमधड़ाके के साथ 200 से अधिक पार्टी कार्यकतार्ओं और
समर्थकों के साथ 14 अक्टूबर को रिटर्निग ऑफिसर के कार्यालय में नामांकन
पत्र दाखिल किया था।
बाद में, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उसके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया था।
टूंडला में स्नेह लता एकमात्र महिला उम्मीदवार थीं।
उन्होंने
पत्रकारों से कहा, "मेरा राजनीतिक करियर 18 साल से अधिक का है। मैंने 2002
के विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। मैं कागजात दाखिल करने की मूल बातों से
वाकिफ हूं। इसके अलावा, मेरे वकीलों ने भी कागजात को क्रॉस-चेक किया था।
मुझे नामांकन रद्द करने का कोई वाजिब कारण नहीं मिला। यह भाजपा उम्मीदवार
को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। मैंने जिला प्रशासन द्वारा किए गए
अन्याय के बारे में पार्टी नेतृत्व को सूचित किया है।"
शनिवार शाम
स्क्रूटनी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट
(टूंडला) राजेश कुमार वर्मा ने कहा, "नामांकन पत्रों की जांच के बाद, चार
उम्मीदवारों -- कांग्रेस की स्नेह लता और तीन निर्दलियों की उम्मीदवारी
रद्द कर दी गई है। हलफनामे अधूरे पाए गए।"
टूंडला सीट के लिए 9 से
16 अक्टूबर के बीच कुल 14 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए थे। चार का
नामांकन रद्द होने के बाद अब 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
उम्मीदवारों
में भाजपा के प्रेमपाल सिंह धनगर, बहुजन समाज पार्टी के संजीव कुमार,
समाजवादी पार्टी के महाराज सिंह धनगर, स्थानीय दलों के पांच उम्मीदवार और
दो निर्दलीय शामिल हैं।
तय कार्यक्रम के अनुसार, उपचुनाव 3 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होंगे और वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
--आईएएनएस
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