नई दिल्ली। आज राज्यसभा में कृषि से जुड़े दो बिल पास होने पर कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने कहा की 3 काले कानून लाकर मोदी सरकार ने देश के किसान और खेत मजदूर के पेट और पीठ में एक तेज धार वाला खंजर घोप दिया है। 73 वर्षों में शायद ये सबसे अंधकारमय दिन संसद और इस देश के इतिहास में हैं। जब अनाज मंडी खत्म हो जाएंगी तो किसान को MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) कैसे और कहां मिलेगा। राजनाथ जी और मोदी जी, अगर MSP देंगे तो कानून के अंदर MSP देने की गारंटी के शब्द क्यों नहीं लिख देते, सारी शंका खत्म हो जाएगी।
गोर तलब है की आज राज्यसभा में कृषि से जुड़े दो बिल पास हुए। इस दौरान काफी हंगामा देखने को मिला और राज्यसभा के उपसभापति का अनादर भी विपक्षी सांसदों ने किया।
इस पर आज राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, प्रहलाद जोशी, पीयूष गोयल, थावर चंद गहलोत और मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राज्यसभा के उपसभापति का अनादर करने के मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह घटना काफी गलत थी. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था. यह दुखद था. संसदीय मर्यादा का उल्लंघन हुआ. उपसभापति के साथ किया गया आचरण गलत था. आसन पर चढ़ना, रूल बुक फाड़ना काफी दुखद था। आज राज्यसभा में कृषि से संबंधित 2 विधेयकों पर चर्चा चल रही थी उस समय राज्यसभा में जो हुआ वो जहां दुखद था, वहीं दुर्भाग्यपूर्ण था और उससे भी आगे जाकर मैं कहना चाहूंगा कि वो अत्यधिक शर्मनाक था
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों विधेयक ऐतिहासिक है. केवल भ्रामक तथ्यों के आधार पर किसानों को गुमराह किए जाने की कोशिश की जा रही है. इन बिल से किसानों की आय बढ़ेगी. किसानों की आय दोगुना करने की तरफ यह बड़ा कदम है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा की ये दोनों बिल ऐतिहासिक हैं। किसान की आकांक्षाओं को पंख देने वाले हैं। कांग्रेस और अन्य दलों ने आज जिस तरह से दंगा-फसाद किया। उपसभापति को तकलीफ दी, उनके सामने का माइक तोड़ा, किताबें फेंकी, संविधान का अपमान किया। इसके लिए उनको जनता ही दंडित करेगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे कृषि इतिहास में बड़ा दिन बता चुके हैं।
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