यूपीए सरकार में मुख्यमंत्रियों से कभी नहीं मिलते थे प्रधानमंत्री - जेपी नड्डा

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 23 जून 2020, 9:19 PM (IST)

नई दिल्ली,| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि संप्रग सरकार के दौरान प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों से मिलते तक नहीं थे, उनके साथ कभी बैठक तक नहीं होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के दौरान छह बार सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर सभी के सुझाव लिए। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने असम की वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनवाल की तारीफ करते हुए कहा कि "उन्होंने असम सरकार की तरफ से पांच किलो अतिरिक्त राशन देकर गरीबों की सेवा की। असम बांस का सबसे बड़ा उत्पादक है। बांस के उत्पादों को बढ़ावा देने और उसे ग्लोबल लेवल तक ले जाने में हम कितना काम कर सकते हैं, इसे हमें ध्यान में रखने की जरूरत है।"

जेपी नड्डा ने कहा, "आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया। यह भारत की तस्वीर और तकदीर को बदलने वाला पैकेज है। यह पैकेज रिफॉर्म के लिए है। इस पैकेज में एमएसएमई, कृषि व अन्य क्षेत्रों के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 'वोकल फॉर लोकल' का नारा दिया है। हम कहते हैं- वोकल फॉर लोकल एंड मेक इट ग्लोबल।"

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी ने दो तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने सभी राज्यों को एक साथ लेकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी। साथ ही जनभागीदारी भी सुनिश्चित की। जनता कर्फ्यू, कोरोना वॉरियर्स का सम्मान, ये जन सहभागिता के काम हैं।"

नड्डा ने कोरोनावायरस से जनता को बचाने के लिए किए गए सरकार के कार्यों को गिनाते हुए कहा कि "जब लॉकडाउन लगा था उस समय एक भी कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल नहीं था। आज 1,000 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल हैं, दो लाख डेडिकेटेड कोविड बेड्स हैं, 21 हजार वेंटिलेटर्स हैं और 60 हजार वेंटिलेटर्स जून महीने में ही पहुंचने वाले हैं।"

उन्होंने कहा, जब लॉकडाउन किया गया था तब भारत में एक भी पीपीई किट का निर्माण नहीं होता था। आज भारत में 4.5 लाख पीपीई किट प्रतिदिन बन रहे हैं। मोदी जी ने छह दशक के रुके हुए कामों को छह वर्ष में पूरा करने का काम किया। मोदी जी के दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष उपलब्धियों का भी है और आपदा से लड़ने में पारंगत हासिल करने वाला वर्ष भी है।

भाजपा अध्यक्ष ने डिजिटल माध्यम से जनता तक पहुंचने के बारे में कहा, मार्च महीने में लॉकडाउन के बाद हम सब सोचते थे कि पार्टी की गतिविधियों को कैसे चलाएंगे, लोगों की सेवा कैसे करेंगे? मुझे खुशी है कि पार्टी ने डिजिटल माध्यम का सहारा लेकर राष्ट्रीय स्तर से लेकर बूथ स्तर तक सभी कार्यकर्ताओं को जागृत रखा। अब तक हम 35 वर्चुअल रैली कर चुके हैं, और आज असम में 36वीं रैली कर रहे हैं। इस रैली में आज करीब 30 लाख लोग जुड़े हैं।

--आईएएनएस

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