कोरोना वायरस - राजस्थान में होगा सभी प्रयासों का जिलावार अध्ययन

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 27 मई 2020, 08:46 AM (IST)

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए अब तक किए गए सभी प्रयासों और उनके नतीजों का जिलावार गहन अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं। इससे हम भविष्य में इस बीमारी से लड़ने और संक्रमण बढ़ने की आशंका से निपटने के लिए बेहतर योजना बना सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकतर जिलों से कोरोना संक्रमित मरीजों को बड़े अस्पतालों में नहीं भेजना पड़ा, यह हमारी रणनीति और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अच्छा संकेत है। आगे भी हमें इसी मिशन के साथ इस चुनौती से लड़ना है।
गहलोत ने कहा कि कुछ विशेषज्ञों द्वारा आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है। ऐसे में राज्य सरकार की सजगता में किसी स्तर पर कमी नहीं रहे और हर स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासी इस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह सतर्क और सजग हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधि और ग्राम पंचायत स्तर की निगरानी समितियां क्वारेंटीन व्यवस्थाओं में पूरा सहयोग कर रही हैं। इससे संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि क्वारेंटीन सेंटरों पर भोजन-पानी एवं अन्य व्यवस्थाओं में किसी तरह की कमी नहीं रहे तथा इन सेंटरों की प्रभावी मॉनिटरिंग एवं यहां रह रहे लोगों की नियमित स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने बताया कि कोरोना के बाद की परिस्थितियों पर विचार करते हुए राज्य के आर्थिक विकास की रणनीति बनाने के लिए सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक की है। इसमें लघु एवं सूक्ष्म उद्योग सेक्टर (एमएसएमई), कृषि तथा निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों की रणनीति बनाने के लिए 3 टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया गया। ये टास्क फोर्स 5 जून तक अपनी रिपोर्ट देंगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी वीनू गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में लगभग 21 हजार लोग संस्थागत क्वारेंटाइन में हैं और 4.75 लाख से अधिक लोग घरों में क्वारेंटाइन नियमों की पालना कर रहे हैं। अभी तक क्वारेंटाइन के उल्लंघन के 1306 मामले सामने आए हैं, जिनके चलते 604 लोगों को होम क्वारेंटाइन से संस्थागत क्वारेंटाइन में भेजा गया है तथा 702 लोगों के खिलाफ नोटिस देने या जुर्माना वसूलने अथवा एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई है।

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