भीलवाड़ा | राजस्थान के भीलवाड़ा में
ग्रामीणों से गांव में घुसने की इजाजत न मिलने पर एक युवक को पेड़ पर मचान
बनाकर खुद को क्वारंटीन कर लिया।
24 वर्षीय इस युवक का नाम कमलेश मीना है, जो अजमेर से होकर भीलवाड़ा में
स्थित अपने गांव शेरपुरा तक पहुंचा। यहां पहुंचने पर कोरोना के फैलने के डर
से ग्रामीणों ने उसे गांव में घुसने से रोका।
उसे पहले जिला
अस्पताल जाकर अपनी जांच करवाने की सलाह दी गई। हालांकि कमलेश ने यहां से
जाने से इंकार कर दिया। गांव में तनाव की स्थिति पैदा होने पर स्वास्थ्य
विभाग की टीम जल्द ही मौके पर पहुंची और वहां उन्होंने युवक से जांच के
नमूने एकत्रित किए। अन्य कई जांच भी किए गए।
इस बीच, मेडिकल टीम
द्वारा इस समस्या को सुलझाने के बाद कमलेश को भीलवाड़ा क्वारंटीन सेंटर में
आने की सलाह दी गई। हालांकि कुछ ग्रामीणों ने इस बात को मानने से इंकार कर
दिया। काफी लंबी बहस होने के बाद यह फैसला लिया गया कि युवक को गांव से
तीन किलोमीटर की दूरी पर एक पेड़ पर क्वारंटीन किया जाएगा।
यहां कमलेश की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना आती रहती है।
जिलाधिकारी राजेंद्र भट्ट ने कहा कि कमलेश स्वस्थ हैं। चूंकि वह सेंटर नहीं जाना चाह रहे थे, इसलिए उन्हें पेड़ पर क्वारंटीन किया।
--आईएएनएस
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