कोरोना वायरस पर नियंत्रण के उपायों को लेकर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ समीक्षा

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 01 अप्रैल 2020, 7:51 PM (IST)

-गोपेंद्र नाथ भट्ट-
नई दिल्ली ।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने आज बुधवार को विडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन और इसकी राज्य शाखाओं के वरिष्ठ सदस्यों के साथ कोविड-19 से संबंधित तैयारियों और देशभर में चिकित्सा कर्मियों की चिंताओं की समीक्षा की। उन्हें देश में कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य, विभिन्न दिशा निर्देशों उपचार और प्रोटोकॉल के बारे में बताया गया। दिल्ली, केरल, झारखंड, महाराष्ट्र, अरूणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश, राजस्थान, मिजोरम, कर्नाटक, मणिपुर, असम, ओडिशा, गुजरात, चंडीगढ़, तेलंगाना और उत्तराखंड के डॉक्टरों ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक में भाग लिया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में कोविड-19 से बचाव और इसके नियंत्रण तथा प्रबंधन पर उच्चतम स्तर तक नजर रखी जा रही है और राज्यों के साथ मिलकर विभिन्न कार्रवाई की गई हैं। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री संबंधित मंत्रालयों और विभागों और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के शीर्ष अधिकारियों के साथ नियमित रूप से नजर रखे हुए हैं और समीक्षा कर रहे हैं।

डॉ हर्ष वर्धन ने बिस्तरों और आइसोलेशन वार्ड की उपलब्धता, प्रयोगशालाओं में अधिक मात्रा में जांच करने की तैयारी की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने आईएमए और इसके क्षेत्रीय सदस्यों से एक कार्य बल गठित करने और राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर सरकारी व्यवस्था में सहायता देने के लिए प्रोएक्टिव भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी उपेक्षित और अविकसित समुदायों में सही सूचना और शिक्षा के प्रचार की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज में चिकित्सा पेशेवर होने के नाते उनकी स्थिति अहम मानी जाती है। डॉ हर्ष वर्धन ने आग्रह किया ‘’ आप लॉक डाउन की अवधि के दौरान जागरूकता विकसित करने के प्रयासों में कारगर और जिम्मेदार तरीके से देश के हित में भूमिका निभा सकते हैं’’।


विभिन्न चिकित्सा पेशेवरों के कार्य की प्रशंसा करते हुए डा हर्ष वर्धन ने कहा कि कोविड-19 के दुष्प्रभाव को समाप्त करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का समय है। उन्होंने कहा कि देश को चिकित्सा पेशेवरों की कोविड-19 से निपटने में उदारता और व्यवहार में लचीलेपन पर गर्व है, विशेष रूप से उन्होंने तीन महीने डटकर सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार उनके पीछे चट्टान के पीछे खड़ी है और सरकार के साथ पूर्ण समन्वय से किए गए विभिन्न उपायों की प्रशंसा करती है। उन्होंने कहा कि निजी चिकित्सा पेशेवरों और अस्पतालों ने देश में कोविड-19 पर काबू पाने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया है। उन्होंने राष्ट्र से फिर अपील की कि डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को निशाना न बनाया जाए और उनका बहिष्कार न किया जाए बल्कि जनता को सहायता देने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टर, नर्सें और स्वास्थ्यकर्मी हमारे सम्मान, सहायता और सहयोग के अधिकारी हैं।

डॉ हर्ष वर्धन ने हाल ही में प्रकाशित टेलीमेडिसिन निर्देशों की जानकारी देते हुए कहा कि इसके अंतर्गत डॉक्टर टेलीफोन पर परामर्श उपलब्ध करा सकते हैं और डिजिटल तरीके से दवा लिख सकते हैं इससे मरीजों को घर में दवा प्राप्त करने में मदद मिलेगी और वो लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में सुरक्षित रहेंगे।

डॉ हर्ष वर्धन ने संकल्प को दोहराते हुए कहा ‘’हम कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए कृत संकल्प हैं और इसे रोकने के लिए हमने प्रभावी एहतियाती उपाय किए हैं और करते रहेंगे’’। उन्होंने लोगो से आग्रह किया कि वे लॉक डाउन का सम्मान करें क्योंकि इससे कोविड-19 के फैलाव को कारगर तरीके से रोका जा सकता है और क्वारंटीन के दिशा निर्देशों का सही तरीके से पालन किया जा सकता है। इन दिशा निर्देशों में शारीरिक स्वच्छता और श्वास संबंधी सभी उपाय शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश में लोगों को घरों में रहना चाहिए और दी गई सलाह के अनुसार घर से काम करना चाहिए।

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