भोपाल। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मध्य प्रदेश के 21 पूर्व विधायक शनिवार रात विशेष विमान से भोपाल पहुंच गए। इसके पहले कांग्रेस के बागी इन 21 पूर्व विधायकों ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। एक बागी पूर्व विधायक पारिवारिक कारणों से भाजपा की सदस्यता नहीं ले सका। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद 21 पूर्व विधायक शनिवार रात विशेष विमान से यहां पहुंचे। इन विधायकों में गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, एंदल सिंह कंसाना, रघुराज सिंह कंसाना, गिरराज दंडौतिया, कमलेश जाटव, ओ.पी. एस. भदौरिया, रणवीर जाटव, मुन्ना लाल गोयल, रक्षा संतराम सिरौनिया, जसवंत जाटव, जसपाल सिंह जज्जी, बृजेंद्र सिंह यादव, बिसाहू लाल सिंह, मनोज चौधरी, राजवर्धन सिंह, हरदीप सिंह डंग शामिल हैं। जबकि एक पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ पारिवारिक कारणों से भाजपा की सदस्यता नहीं ले सके।
भाजपा में शामिल होकर भोपाल पहुंचे इन पूर्व विधायकों के स्वागत की कोई तैयारी नहीं रही, क्योंकि कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण सार्वजनिक समारोहों पर रोक है। इन सभी नेताओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, क्योंकि ये बागी अपनी सुरक्षा को लेकर लगातार चिंता जताते आ रहे हैं।
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कुल 22 विधायकों के इस्तीफे और दो
विधायकों के निधन से प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के लिए छह माह के अंदर
उपचुनाव कराए जाएंगे। यानी अब इन 22 विधायकों का भविष्य उपचुनाव पर टिक गया
है। संभवत: मई-जून में चुनाव आयोग उपचुनाव करा सकता है। उपचुनाव के नतीजे
तय करेंगे कि नई सरकार बहुमत में रहेगी या नहीं।
भोपाल में शनिवार
को भाजपा विधायक दल की बैठक तय थी, लेकिन कोरोनावायरस के चलते बैठक 23
मार्च तक टाल दी गई। इसमें विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। बैठक में
पर्यवेक्षक के रूप में धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी विनय
सहस्त्रबुद्धे भोपाल जा सकते हैं। 25 मार्च को नवरात्र शुरू होने के साथ ही
भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
--IANS