भीलवाड़ा में चिकित्सक के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद विभाग ने कोरोना नियंत्रण के किए पुख्ता इंतजाम

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 20 मार्च 2020, 6:15 PM (IST)

जयपुर। भीलवाड़ा के निजी चिकित्सालय के चिकित्सक के कोरोना वायरस पॉजीटिव आने के तत्काल बाद चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन कोरोना के प्रसार पर नियंत्रण एवं बचाव के प्रयास में तेजी से जुट गया है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही रेपिड रेस्पॉन्स टीमों (आरआरटी) ने युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में पिछले 14 दिनों में आए समस्त मरीजों की कॉन्टेक्ट लिस्ट बनाकर स्क्रीनिंग करवाना प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उदयपुर से भी आरआरटी बुलवाकर भीलवाड़ा जिले के सभी सार्वजनिक स्थलों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों और धार्मिक स्थलों को संक्रमण रहित किया जा रहा है। वहीं जिला स्तर पर बनी आरआरटी संदिग्ध पाए गए एवं कॉन्टेक्ट की तलाश कर उनकी स्क्रीनिंग में लगी हुई है। संदिग्ध पाए गए 25 मरीजों का सैंपल लेकर जयपुर मंगवाया गया है। इनकी जांच में अब तक 10 सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं, जबकि 15 सैंपल का अभी नतीजा आना बाकी है।

सिंह ने बताया कि भीलवाड़ा में एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और नर्सिंग स्टूडेट्स की 300 टीमों द्वारा डोर टू डोर सर्वे करवाया जा रहा है। अब तक ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 25 हजार घरों में लगभग सवा लाख लोगों का सर्वे कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम के पास 200 वीटीएम, 1000 एन-95 मास्क, 260 पीपीई किट, 60 हजार ट्रिपललेयर मास्क सहित अन्य संसाधन उपलब्ध हैं। सभी चिकित्सा सर्वे टीम के पास सेनेटाइजर व अन्य बचाव की सामग्री भी है।

सिंह ने बताया कि जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय, मुख्य चिकित्सा कार्यालय एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में 24 घंटे कंट्रोल रूम काम कर रहा है। यहां 13 टीमें आरआरटी की लगी हुई हैं। इसके अलावा राजकीय और निजी चिकित्सालयों में 139, रेलवे स्टेशनों पर 4, बस स्टैंड पर 13, राजकीय कार्यालयों में 85, होटलों में 34, 57 मंंदिर, 6 मस्जिद व 13 अन्य स्थानों को संक्रमण रहित किया जा चुका है। भीलवाड़ा में 450 बेडेड का क्वारेंटाइन बनाया गया है। 129 विदेशी नागरिकों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, 96 लोगों को होम क्वारेंटाइम में रखा गया है। 40 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी है, जिसमें 22 बेड विद वेंटीलेटर है।

बांगड चिकित्सालय के आईसीयू को बंद कराकर संक्रमण रहित कराया:
बांगड़ चिकित्सालय के एक चिकित्सक को खांसी व निमोनिया के लक्षणों के उपरान्त जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया व इसके अलावा आरआरटी टीम द्वारा विजिट की गई। इसमें पाया कि स्टाफ के 3 लोगों को श्वास संबंधी समस्या है। इसमें से 2 को जयपुर रेफर किया गया है व 1 को वहीं अस्पताल में भर्ती किया गया। आईसीयू एवं स्टेप डाउन आइसीयू में कार्य करने वाले स्टाफ में लक्षण दिखने की वजह से आईसीयू को बंद कराकर संक्रमण रहित कराया गया। गुरुवार को उदयपुर और भीलवाड़ा आरआरटी द्वारा पूरे चिकित्सालय का गहनता से निरीक्षण कर 233 स्टाफ एवं 55 भर्ती मरीज की स्क्रीनिंग की। इसमें स्टाफ के 5 लोगों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। बांगड हॉस्पिटल के स्टाफ के 25 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि स्टाफ के 2 लोगों को जयपुर में फोर्टीज एवं एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती किया है। स्टाफ के सभी लोगों के पते ले लिए गए हैं। अब तक कुल ओपीडी एवं आईपीड़ी में आने वाले रोगियों की सूचियां बनाई गई और अस्पताल को संक्रमण रहित कराया गया है।

झुंझुनूं में 7.5 हजार से ज्यादा घरों का किया सघन सर्वे:
झुंझुनूं में सर्वे टीम ने अब तक 7664 घरों में 35 हजार 980 लोगों का सर्वे किया और उनसे बीमारी से जुड़े लक्षण, 15 फरवरी के बाद कोरोना प्रभावित देश या अन्य किसी देश से आए लोगाें संबंधी जानकारी ली जा चुकी है एवं उनकी स्क्रनिंग की कार्यवही कर उन्हें होम आइसोलेशन के लिए निर्देशित किया गया है।

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