सांसद डाॅ. मनोज राजोरिया ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से की हिण्डौन सिटी में केन्द्रीय विद्यालय आरंभ करने की मांग

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 18 मार्च 2020, 5:42 PM (IST)

जयपुर। करौली-धौलपुर सांसद डाॅ. मनोज राजोरिया ने दिल्ली में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात कर अपने ससंदीय क्षेत्र करौली जिले के उपखण्ड मुख्यालय हिण्डौन सिटी पर केन्द्रीय विद्यालय स्थापित करने की मांग को पुनः उनके सम्मुख रखा।
सांसद राजोरिया ने बताया कि उनके द्वारा हिण्डौन सिटी में केन्द्रीय विद्यालय स्थापित किये जाने के प्रयास काफी लंबे समय से जारी हैं।

उनके प्रयासों से गत् 16वीं लोकसभा के दौरान केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन से हिण्डौन सिटी में केन्द्रीय विद्यालय स्थापित करने हेतु प्रस्ताव मंगवाये थे। इन प्रस्तावों में कुछ आक्षेपों की पूर्ति हेतु केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा स्थानीय प्रशासन को पुनः प्रेषित किया गया था। अब जिला प्रशासन द्वारा दिनांक 28.02.2020 को उक्त प्रस्ताव पुनः राज्य सरकार एवं केन्द्रीय विद्यालय संगठन को प्रेषित कर दिये गये हैं।

सांसद डाॅ. मनोज राजोरिया ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से उक्त प्रस्तावों पर संबंधित को शीघ्र अतिशीघ्र कार्यवाही करने एवं हिण्डौन सिटी जिला करौली में केन्द्रीय विद्यालय आंभ करने के आदेश प्रदान करने का निवेदन किया है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने शीघ्र आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

सांसद ने केन्द्रीय विदेश मंत्री से मुलाकात कर संसदीय क्षेत्र के अर्मीनिया में अध्ययनरत छात्रों को सुरक्षित भारत लाने की मांग की: सांसद डाॅ. मनोज राजोरिया ने केन्द्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर उनसे अर्मीनिया की राजधानी येरेवान में अध्ययनरत करौली-धौलपुर एवं आस-पास के क्षेत्र के लगभग 45 छात्रों को सुरक्षित भारत वापस लाने हेतु निवेदन किया।

सांसद डाॅ. राजोरिया ने बताया कि इन छात्रों के परिजनों ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अवगत कराया है कि इनके बच्चे अर्मीनिया की राजधानी येरेवान में विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत हैं। अर्मीनिया एक छोटा-सा देश है जिसकी आबादी लगभग 30 लाख है और इसमें लगभग नोबल कोरोना वायरस से संक्रमित लगभग 20 केस पाये जा चुके हैं। जिन विश्वविद्यालयों में यह छात्र अध्ययनरत हैं उनके द्वारा अवकाश भी घोषित कर दिया गया है। परन्तु इनके वाईस चान्सलर/डीन द्वारा इन्हे देश छोड़ने के लिए मना कर दिया गया है। इससे छात्रों और उनके परिजनों में भय का माहौल है।

इस पर केन्द्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शीघ्र मामले की जाच करवा कर समुचित कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे