नई दिल्ली। बीसीसीआई ने शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फ्रेंचाइजियों के मालिकों के साथ बोर्ड के मुख्यालय पर बैठक की, जहां फैसला लिया गया कि वे इस महीने के आखिर तक देखो और इंतजार करो की नीति पर चलेंगे। इसके बाद ही वे आईपीएल के 13वें संस्करण के भाग्य को लेकर आगे कोई फैसला करेंगे। देशभर में जारी कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाली आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए शुक्रवार को स्थगित कर दी गई है।
फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि लीग के भविष्य को लेकर जो भी फैसला लिया जाएगा वो कोरोनोवायरस के चलते जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर महीने के अंत में लिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि कोई निर्णय नहीं लिया गया है और केवल इस बात पर चर्चा की गई कि यह कैसी स्थिति है जोकि किसी के नियंत्रण में नहीं है।
सभी हितधारक समझते हैं कि यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सभी को साथ आने और एकसाथ खड़े होने की जरूरत है। उन्होंने कहा, बैठक में यह तय हुआ कि अगला फैसला महीने के अंत में लिया जाएगा क्योंकि इससे बीसीसीआई को यह समझने में अधिक समय मिलेगा कि कोरोनोवायरस के प्रकोप के संबंध में चीजें कैसे काम कर रही हैं और क्या आईपीएल को आयोजित किया जा सकता है।
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एक अन्य अधिकारी ने कहा कि महीने के अंत तक इंतजार करने से यह समझने में
मदद मिलेगी कि आगे क्या किया सकता है और क्या विदेशी खिलाडिय़ों को यहां
लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, इस समय यह एक महामारी है। लेकिन महीने के
अंत तक इंतजार करने से आपको यह समझने के लिए 15-16 दिन मिलते हैं कि
कोरोनोवायरस प्रकोप के संबंध में चीजें कैसे आगे बढ़ती है।
कुछ विकल्पों पर
चर्चा की गई है लेकिन हम महीने के अंत में इस पर कोई निर्णय लेंगे। अगर
स्थिति में सुधार होता है तो बीसीसीआई सरकार से मदद के लिए कह सकता है ताकि
विदेशी खिलाड़ी यहां आ सकें। लेकिन मौजूदा समय में लोगों का जीवन
महत्वपूर्ण है और कुछ नहीं।
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