कोटा के एमबीएस एवं जेके लॉन अस्पताल में हुआ ओपीडी व आइपीडी का शिलान्यास

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 11 मार्च 2020, 8:59 PM (IST)

जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोटा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में नया अध्याय जोडते हुए बुधवार को एमबीएस अस्पताल में 40 करोड़ रूपये की लागत के नवीन ओपीडी व जेके लॉन अस्पताल में 30 करोड़ की लागत में आईपीडी ब्लॉक का शिलान्यास किया।

स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि कोटा में आधारभूत विकास कार्यो में कमी नहीं रहेगी, उपचार के लिए कोटा में सम्पूर्ण हाडौती के साथ समीप के मध्यप्रदेश से भी नागरिक आते हैं, नवीन ओपीड़ी बनने से बेहत्तर सुविधाऎं मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि ओपीडी व आईपीड़ी के कार्य स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत किये जाकर 18 माह में पूरे किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जेके लोन अस्पताल का विस्तार हो जाने से मातृ एवं शिशुओं को आधुनिक उपकरणों से इलाज की बेहत्तर सुविधा मिलने लगेगी।

उन्होंने कोटा शहर में 2 हजार करोड़ के प्रगतिरत कार्यो की चर्चा करते हुए कहा कि आने वाले समय में यातायात से लेकर पेयजल, सड़क व पर्यटन के विकास कार्यो के पूरा होने पर देश के पटल पर कोटा की नवीन पहचान बनेगी। उन्होंने चम्बल रिवर फ्रंट और ओक्सीजॉन पार्क के प्रस्तावति कार्यो को पर्यटन विकास के लिए अभूतपूर्व बताया। इससे कोटा में देश-दुनिया में विकास का नया कीर्तिमान स्थापित होगा। उन्होंने शहर में दो नगर निगमों के बनने से आधारभूत विकास और साफ-सफाई के लिए आम नागरिकों के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने नगर विकास न्यास के अधिकारियों को तय समय में डीपीआर तैयार करने पर बधाई देते हुए कहा कि निर्माण कार्य भी गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किया जावे।

चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जनसम्पर्क मंत्री ने कहा कि निरोगी राजस्थान के संकल्प के साथ गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। पहली बार एक साथ 15 मेडिकल कॉलेज खोले गये है जिसमें 5 हजार करोड़ रुपये की लागत आयेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों में भी सुविधाओं का विस्तार का कार्य तेजी से किया जा रहा है जिसको राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य खुशहाल और विकसित राजस्थान बनाने का है इसके लिए सघन प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश के 42 हजार गांवों में चिकित्सा मित्र बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समय में राजस्थान के प्रत्येक गांव तक चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच बनाने के लिए कार्य हाथ में लिये जा चुके हैं, 20 हजार पदो पर भर्ती की जा कर 7 हजार पदों पर और भर्ती की जा रही है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना चुनौती का कार्य है इसके लिए देशभर में प्रयास किये जा रहे हैं। बच्चों की आकस्मिक मौत नहीं हो इसके लिए प्रत्येक चिकित्साधिकारी भरसक प्रयास करता है। सरकार द्वारा इसके लिए सुविधाओं का विस्तार के साथ प्रारम्भिक स्तर पर ही मातृ व शिशुओं को पोषणयुक्त आहार व निशुल्क दवा योजना के माध्यम से टीकाकरण के द्वारा जागृति लाई जा रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि चिकित्सा सेवाऎं देशभर में अनुकरणीय साबित होंगी। उन्होंने कहा कि नवीन ओपीड़ी व आईपीड़ी के बन जाने से एमबीएस अस्पताल में एक ही स्थान पर सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाऎें मिलने लगेंगी तथा जेके लोन अस्पताल में प्रसुताओं व नवजात शिशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाऎं मिलने लगेंगी।

स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज में 12 करोड की लागत से नवनिर्मित सेन्ट्रल लाइबे्ररी, 2.90 करोड़ की लागत के लेक्चर थिएटर, एक करोड़ की लागत के गायनिक वार्ड, 55 लाख की लागत के दवा वितरण केन्द्र तथा एमबीएस अस्पताल में 77 लाख की लागत से नवनिर्मित रिकॉर्ड रूम व 88 लाख की लागत से सेन्ट्रल लैब का लोकार्पण भी किया।

समारोह में नगरीय विकास विभाग के शासन सचिव व स्मार्ट सिटी कोटा के चेयरमैन भवानीसिंह देथा, संभागीय आयुक्त एल.एन. सोनी, आईजी रविदत्त गौड़, जिला कलक्टर ओम कसेरा, नगर विकास न्यास के विशेषाधिकारी आरड़ी मीणा, सचिव भवानीसिंह पालावत, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डा. विजय सरदाना, अधीक्षक डॉ. सक्सेना, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें।

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