नई दिल्ली। दिल्ली दंगों की शुरुआती जांच में सामने आया है कि दिल्ली हिंसा के पीछे पीएफआई के हाथ होने के संकेत मिले हैं। यह भी बताया जा रहा है कि दिल्ली दंगों के तार आईएसआई (ISI) से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। कुछ अहम मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल से ये संकते प्राप्त हुए हैं। हिंसा के दौरान ये मोबाइल नंबर अलीगढ़ और दिल्ली में लगातार एक्टिव थे। दूसरी ओर, पाकिस्तानी ट्विटर और फेसबुक अकाउंट से लगातार फर्जी वीडियो शेयर किए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि फर्जी वीडियो और कंटेंट के माध्यम से हिंसा का डर दिखाकर दंगों की साजिश रच रहे थे।
आपको बताते जाए कि रविवार से शुरू हुई दिल्ली हिंसा में अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 200 से भी ज्यादा लोग घायल हैं। अंकित शर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा की मौत के पीछे आप पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। ताहिर के घर की छत से भारी मात्रा में पेट्रोल बम, पत्थर और गुलेल पाया गया है। वहां पर बोतले और हमले के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई हैं।
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