डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा-केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य मंत्री से की बात, हैड कांस्टेबल रतन लाल को मिला शहीद का दर्जा

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 26 फ़रवरी 2020, 7:34 PM (IST)

जयपुर। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के भजनपुरा में हुई हिंसक घटनाओं में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले सीकर जिले के तिहावली गांव के हैड कांस्टेबल रतन लाल को केन्द्र सरकार ने शहीद का दर्जा दिया है। गौरतलब है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने रतनलाल को शहीद का दर्जा दिये जाने की केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी से बात की, जिसके बाद रतन लाल को शहीद का दर्जा दिया गया और केन्द्र सरकार ने शहीद के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता व आश्रित को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इस संबंध में सीकर के सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने शहीद के परिजनों को केन्द्र सरकार का पत्र सौंपा है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने बताया कि रतनलाल को शहीद का दर्जा मिले, यह मांग परिजनों और उनके सभी ग्रामवासियों की थी। सम्पूर्ण प्रदेश भाजपा की भी यह भावना थी। इस मांग की जानकारी मिलते ही पुष्कर में अपने पुत्र के विवाह में व्यस्त राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अवगत कराया। उनके निर्देश पर मैंने केंद्रीय गृहमंत्री और गृह राज्य मंत्री से दूरसंचार के माध्यम से बात की। ऐसे शहीदों के परिवारों को संबल मिले, यह भाजपा सरकार की परंपरा रही है। जिसके परिणाम स्वरूप रतनलाल को शहीद का दर्जा मिलने की सूचना स्वयं गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर डाॅ. पूनिया को बताई और गृह राज्य मंत्री ने मेसेज भेजकर सूचित किया। जानकारी मिलते ही सीकर और झुंझुनूं सांसद को सूचित किया। बहुत सम्मान के साथ उस शहीद की अंत्येष्टि हुई।

डाॅ. पूनिया ने कहा कि दिल्ली में हुई हिंसा की घटनाएं एक सोची-समझी रणनीति के तहत की जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान भारत को बदनाम करने के उद्देश्य से इस तरह की घटना को षड्यंत्र पूर्वक किया जा रहा है, ताकि कांग्रेस एवं वामपंथी दलों के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोगों को भड़का कर भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। मैं रतनलाल की शहादत को नमन करता हूं। शहीद रतन लाल जैसे सिपाही जब तक आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात हैं, तब तक देशद्रोहियों को अपने मंसूबों में सफलता नहीं मिलेगी। राजस्थान में भी शाहीन बाग जैसी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है। नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ लोगों को बेवजह भड़काया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। स्वयं मुख्यमंत्री गहलोत इस प्रकार के धरना प्रदर्शनों में सम्मिलित होकर लोगों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।

डाॅ. पूनिया ने बुधवार को बूंदी जिले के लाखेरी के निकट पापड़ी गांव में हुई दुर्घटना में बारात की बस अनियंत्रित होकर मेज नदी में गिरने से 25 से अधिक लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक जताते हुए, संवेदना प्रकट करते हुए ईश्वर से दुर्घटना में घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिलने और शोक संतप्त परिवार को आघात सहने के लिए प्रार्थना की।

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