बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में कालिंजर महोत्सव के सोमवार रात हुए समापन में मौजूद लोग उस समय हैरान रह गए, जब मंच में 'होली खेले रघुबीरा अवध में' गीत पर कलाकारों संग जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक भी नाचने लगे।
यहां से स्थानांतरित होकर जा रहे जिलाधिकारी हीरालाल के कार्यकाल का सोमवार को आखिरी दिन था। तभी वह देर शाम कालिंजर पहुंचे और लोगों को पहले भावुक संदेश दिया, फिर जमकर ठुमके लगाए।
मौका था कालिंजर महोत्सव के समापन का और गीत बज रहा था- 'होली खेले रघुबीरा अवध में'। इस दौरान जिलाधिकारी (डीएम) के साथ नरैनी की उपजिलाधिकारी (एसडीएम) वंदिता श्रीवास्तव, भाजपा विधायक राजकरन कबीर और स्थानीय नगर पंचायत अध्यक्ष ओममणि वर्मा कलाकारों के संग मंच में खूब नाचे।
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इसके बाद जिलाधिकारी हीरालाल ने कहा कि मैं कलाकारों के आग्रह पर
यहां आया हूं, कभी-कभी कलाकारों का सम्मान करने के लिए ऐसा (डांस) करना
पड़ता है।"
जिलाधिकारी हीरालाल का यहां का कार्यकाल विकासोन्मुखी कम
और अंधविश्वासी ज्यादा रहा। डीएम कभी समूचे सरकारी अमले के साथ कुआं-तालाब
पूजते नजर आए, तो कभी उन्होंने नदियों की आरती कर सुर्खियां बटोरी, लेकिन
आमजन मानस की समस्याएं ज्यों की त्यों धरी रह गईं।
चार दिन यानी 20
से 24 फरवरी तक चले कालिंजर महोत्सव का समापन सोमवार देर रात को हुआ। समापन
होते-होते महोत्सव जिलाधिकारी के विदाई समारोह में बदल गया। अपने डेढ़ साल
के कार्यकाल के दौरान जिलाधिकारी ने यहां 20 से अधिक कार्यक्रम और अभियान
चलाए और कई कार्यक्रम उनकी फेहरिस्त में अभी बाकी हैं, जिन्हें पूरा न कर
पाने का मलाल उनके चेहरे पर साफ दिख रहा था। डीएम हीरालाल सरकारी योजनाओं
के लिए कम और खुद के चलाए अभियानों के लिए अधिक चर्चित रहे।
(IANS)