प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार काे घेरा, JDU नेता अजय आलोक ने दिया ये जवाब

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020, 09:52 AM (IST)

पटना। प्रशांत किशोर ने सबसे पहले नीतीश कुमार के साथ अपने संबंधो के लेकर खुलासा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार मेरे पिता जैसे हैं। उनसे मेरा राजनीतिक संबंध नहीं है। यह बात आज प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संबोधित करते हुए कही। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि गांधी-गोडसे साथ नहीं चल सकते हैं। इसी को लेकर मेरा नीतीश कुमार से मतभेद था। हम एक सशक्त नेता चाहते हैं, पिछलग्गू नहीं। जो बिहार के लिए खड़ा होगा, बिहार की जनता उसके साथ खड़ी होगी। मैं भाजपा के साथ चुनाव लड़ने को लेकर सहमत नहीं हूं। पिछले 15 सालों में विकास में बहुत विकास हुआ है लेकिन ऐसा विकास नहीं हुआ है जिससे बिहार की स्थिति में अमूल-चूल बदलाव आया है।






सबसे ज्यादा गरीब आज भी बिहार में...
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2005 में बिहार के लोगों की प्रति व्यक्ति आय 22वें स्थान पर था आज भी वहीं है। हमें 10वें स्थान पर पहुंचना है। सबसे ज्यादा गरीब आज भी बिहार में हैं।
जो बिहार को अगले दस सालों में टॉप 10 राज्यों में देखना चाहते हैं, नीतीश उन्हें बताएं अगले 10 सालों में क्या करेंगे। मैं बिहार में राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर 10 साल पहले अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आज भी बिहार की स्थिति दुसरे राज्यों की तुलना में वहीं बनी हुई है। नीतीश ने बच्चों को स्कूल तक पहुंचाया, साइकिल और पोशाक बांटी, लेकिन एक अच्छी शिक्षा नहीं दे सके। मैं हर घर बिजली पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं।


जेडीयू नेता अजय आलोक बोले- मोदी के साथ काम किया तब याद नहीं आए गोड़से....

इस पर जेडीयू नेता अजय आलोक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन लोगों को बुद्धि से टोटा पड़ गया है। इनका राजनीतिक अस्तित्व कभी था ही नहीं, जो थोड़ा बहुत वजूद फेसबुक, ट्विटर से बना, वो भी आज खत्म हो गया। प्रशांत किशोर भाजपा-जेडीयू गठबंधन के बारे में कह रहे हैं कि गांधी-गोडसे साथ नहीं चल सकते। तब उन्हें गोडसे की याद नहीं आई थी जब उन्होंने 2012 में गुजरात में नरेंद्र मोदी और 2014 मेंं केंद्र में भाजपा की सरकार बनाने के लिए उनके साथ काम किया था।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे


20 फरवरी से बात बिहार की कार्यक्रम की शुरूआत...

प्रशांत किशोर ने कहा कि जब तक जीवित हूं, बिहार के लिए पूरी तरह समर्पित हूं, मैं कहीं नहीं जाने वाला हूं। मैं आखिरी सांस तक बिहार के लिए लड़ूंगा। मैं ऐसे लोगों को जोड़ना चाहता हूं जो बिहार को अग्रणी राज्यों की दौर में शामिल करना चाहते हैं। 20 फरवरी से मैं एक नया कार्यक्रम बात बिहार की शुरू करने जा रहा हूं।