प्रौद्योगिकी, नवाचार एवं डेटा के बेहतर उपयोग से बनेगी 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था: अमिताभ कांत

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 25 जनवरी 2020, 10:12 PM (IST)

जयपुर। नीति आयोग के सी.ई.ओ. अमिताभ कांत ने कहा है कि इनोवेशन विकास की कुंजी है और इसी आधार पर भारत 2025 में 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था को प्राप्त करेगा। इसके लिए सभी राज्योें की जीडीपी को दुगुना करना होगा तथा विकास दर 8 फीसदी से ज्यादा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में विकास का सकारात्मक महौल है।

अमिताभ कांत शनिवार को बिड़ला इंस्टिटयूट ऑफ साइंटिफिक रिसर्च सेंटर में पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के महत्व एवं नवाचारों की भूमिका पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था को प्राप्त करने के लिए देश में प्रौद्योगिकी, नवाचार एवं डेटा का बेहतर उपयोग करना अति आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि देश का पूर्वी हिस्सा विभिन्न मापदण्ड़ों में पिछड़ रहा है और यदि पूर्वी राज्य ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अपना स्तर सुधारते हैं तो भारतीय अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ी गति मिल सकती है। इसके लिए सभी राज्य, सभी विभाग, सीईओ और निजी क्षेत्र में डेटा का उपयोग तथा आर्टिफियल इंटिलिजेंटस के साथ अर्थव्यवस्था को गति दी जा सकती है।

अमिताभ कांत ने कहा कि भारत में व्यापार करना बहुत जटिल था, लेकिन पिछले 4 वर्षों मेें ईज ऑफ बिजनेस करने का सफल प्रयास किया है। इस कोशिश से व्यापार आसान हुआ है। यह विकास के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि दूरगामी एवं महत्वाकांक्षी सुधारो की वजह से दीर्घकालिक अवधि में भारत को प्रतिस्पर्धी एवं उत्पादकता के लिहाज से दक्ष अर्थव्यवस्था बनेगी। उन्होंने कहा कि भारत की कहानी अभी शुरू हुई है।
उन्होंने कहा कि भारत को व्यापार की वैश्विक आर्पूति श्रृंखला का अभिन्न अंग बनना है, समस्याओं का समाधान खोजने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए नवीन और स्थायी शहरीकरण, स्टार्ट अप और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए डेटा और र्आटिफिशियल इंटेलिजेंस का उचित उपयोग करना है, जिसके साथ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि कृषि में नवाचार और प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए जो विकास के लिए चालक बन सकता है। इसी प्रकार, विनिर्माण और निर्यात को बढ़ाना होगा और पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार के साथ-साथ सामाजिक सूचकांकों में भारी सुधार की आवश्यकता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान, नवाचार, डिजाइन और उद्यमिता महत्वपूर्ण है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सेवा प्रदाता है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के दिशा निर्देशो में विभाग निरन्तर अपने कार्यो को गति दे रहा है।

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