उज्ज्वल कल के लिए बेटियों का सशक्तिकरण आवश्यक: सरवीन चौधरी

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 24 जनवरी 2020, 5:12 PM (IST)

धर्मशाला। शहरी विकास आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि
समाजिक गतिविधियों एवं विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने तथा उन्हें सशक्त व सक्षम बनाने के लिए प्रभावशाली योजनाएं आरंभ की गई हैं। समावेशी समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।

सरवीन चौधरी शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय के त्रिगर्त सभागार में जिला प्रशासन के सौजन्य से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’अभियान के तहत ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस' के अवसर पर उपस्थित मातृशक्ति को बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बोल रही थी।

सरवीन चौधरी ने कहा कि बालिका दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज में बेटियों के प्रति मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन लाना, बच्चियों की सुरक्षा के प्रति समाज में संवेदनशीलता बढ़ाना और इसके लिए सामाजिक सहभागिता की भावना को प्रगाढ़ करना है। उन्होंने कहा कि आजकल बेटियों के जन्म दिन को भी बेटों के जन्म दिन के तरह ही मनाया जा रहा है जोकि एक सुखद अनुभूति है।

शहरी विकास मंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के बिना समाज का चहुंमुखी विकास संभव नहीं है। उज्ज्वल कल के लिए बेटियों का सशक्तिकरण आवश्यक है। केन्द्र में मोदी सरकार व प्रदेश में जयराम सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की हैं।

शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली बालिका को दी जाने वाली एकमुश्त सहायता अनुदान राशि को 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दिया है। मदर टेरेसा असहाय योजना के तहत बच्चों के पालन पोषण के लिए दी जाने वाली सहायता राशि को 4 हजार रुपए प्रति बच्चा प्रति वर्ष से बढ़ाकर 6 हजार रुपए किया गया है।

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मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत सहायता अनुदान को 40 हजार रुपए से बढ़ाकर 51 हजार रुपए किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मां और स्वस्थ बच्चे की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए चलाए गये पोषण अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने हेतु हिमाचल प्रदेश को पांच श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृवन्दना योजना में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए वर्ष 2018 में हिमाचल सर्वश्रेष्ठ राज्य के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।शहरी विकास मंत्री ने ऐसे सफल आयोजनों के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने मुख्यातिथि का स्वागत किया व बालिका दिवस पर अपने विचार रखे। उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों की सोच में बदलाव जरूरी है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने में कमी न रखें। उन्होंने कहा कि अभियान के अंतर्गत जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला में इस अभियान को गति देने के लिए आज से ही जिजीविषा कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। अभियान के तहत ‘हमारे गांव की बेटी हमारी शान’ कार्यक्रम में हर गांव से उस बेटी को चुना जाएगा जिस बेटी की बजह से गांव का नाम रोशन हुआ है। ‘रोल ऑफ ऑनर डीसी का परिवार’ नाम से हर पंचायत में बोर्ड लगाया जाएगा और बोर्ड पर उन परिवारों के माता व पिता का नाम लिखा होगा जिन परिवारों में सिर्फ लड़कियां हैं। आंगबाड़ी केन्द्रों में एक नया रजिस्टर लगाया जाएगा जिसका नाम होगा ‘शुभ विवाह-नया आंगन' होगा जिसमें जितने भी नवविवाहित जोड़े होंगे उनका नाम रजिस्टर पर दर्ज होगा। आशावर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हर महीने इन जोड़ों से मिलेंगे तथा जिला प्रशासन की तरफ से पत्र तथा गणेशजी की मूर्ति भी नवविवाहित जोड़ों को दी जाएगी। आशावर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नवविवाहित जोड़ों को सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं बारे जानकारी देगें।

इसके अतिरिक्त जिन ब्लॉक में बेटियों की संख्या कम है वहां जन भागीदारी कार्यक्रम चलाया जाएगा जिसमें लोगों को अपनी दुकानों का नाम बेटी या पत्नि के नाम पर रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा जिला के हर ब्लॉक में एक-एक लड़की को जिसने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है उसे स्थानीय चैंम्पियन बनाया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने भू्रण हत्या की रोकथाम बारे जानकारी दी। जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत कुमार ने कार्यक्रम में आने पर शहरी विकास मंत्री व अन्य मेहमानों का आभार जताया व विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।

इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सुन्दर व मनमोहक गीत-संगीत, नृत्य व लघु नाटिका के माध्यम से बेटिओं के महत्व को बताया । इस अवसर पर सचिव जिला सेवा प्राधिकरण अनिल मंडयाल, जिला पंचायत अधिकारी अश्वनी शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी असीम सूद बड़ी संख्यां में मातृशक्ति विभिन्न विभागों के अधिकारी व क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।