राज ठाकरे के बेटे की राजनीति में एंट्री, बदला MNS का झंडा, हिन्दुत्व के मुद्दे को भुनाने का प्रयास

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 23 जनवरी 2020, 1:54 PM (IST)

मुंबई। राज ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की जयंती के मौके पर आज अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS)का नया भगवा झंडा लॉन्च कर दिया है। बल्कि उनके तेवरों से ऐसा महसूस हो रहा था कि वे सावरकर और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को लेकर बैकफुट पर गई शिवसेना को कड़ी टक्कर देंगे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के महाधिवेशन में राज अपनी पत्नी शर्मिला और बेटे अमित ठाकरे के साथ पहुंचे। राज ठाकरे ने अपने बेटे को भी अधिवेशन में लॉन्च किया।
राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी के पहले मेगा सम्मेलन में आधिकारिक रूप से अपने 27 वर्षीय बेटे अमित ठाकरे को राजनीति में लॉन्च किया। अमित ठाकरे के नाम की घोषणा एक वरिष्ठ नेता बाला नंदगांवकर ने की और 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ गोरेगांव के एनएसई ग्राउंड में एकत्रित हुई। अमित ने खड़े होकर सभी का अभिवादन किया। 'अभिषेक' सम्मान से गदगद होकर अमित ने हाथ जोड़ा, मंच पर आगे बढ़े और प्रणाम कर पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं का आभार जताया।


2019 के विधानसभा चुनाव में लगभग साफ हो चुकी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अपने महाधिवेशन में मंच पर विनायक दामोदर सावरकर की फोटो लगाई। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि जिन मुद्दों को लेकर पहले शिवसेना की पहचान थी, कांग्रेस से गठबंधन के बाद जिन मामलों पर वह कमजोर पड़ रही है, उन्हीं मुद्दों को उठाकर एमएनएस फिर से खुद को खड़ा करने का प्रयास कर रही है।

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जानकारों का कहना है कि एमएनएस की कोशिश है कि शिवसेना से जुड़े कोर कार्यकर्ताओं को इन मुद्दों के सहारे अपने साथ लाया जाए। सावरकर के अलावा एमएनएस के मंच पर शिवाजी की मूर्ति, डॉ.भीमराव आंबेडकर, सावित्री बाई फुले की तस्वीर भी लगाई गई थी।


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का नया झंडा पूरी तरह से भगवा रंग का है। खास बात यह है कि इस झंडे पर छत्रपति शिवाजी के समय की राजमुद्रा भी प्रदर्शित की गई है। आपको बताते जाए कि 6 जून 1674 का राजगढ़ में राज्याभिषेक के बाद शिवाजी ने खुद यह राजमुद्रा तैयार की थी।

इस राजमुद्रा पर संस्कृत में लिखा था, 'प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते'। इसका अर्थ होता है- 'शाहजी के पुत्र शिवाजी की इस मुद्रा की महिमा उसी तरह से बढ़ेगी, जैसे पहले दिन (शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के बाद) से चांद बढ़ता है। यह दुनिया द्वारा पूजी जाएगी और यह केवल लोगों की भलाई के लिए चमकेगी। इससे पहले एमएनएस का झंडा नीला, सफेद, केसरिया और हरे रंग का होता था।