श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इस महीने की शुरुआत में कश्मीर का दौरा करने वाले विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल में रूस को शामिल नहीं करने के लिए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि रूस हमारा एक पुराना दोस्त है मगर उसे कश्मीर का दौरा करने वाले विदेशी राजनयिकों के समूह में आमंत्रित नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि केवल उन सदस्य देशों को आमंत्रित किया गया जो सरकार की ही बात को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल उन मंत्रियों और राजनेताओं ने कश्मीर में विदेशी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की, जो पहले से ही दिल्ली में सरकार के साथ बैठक कर चुके हैं।
आजाद ने कहा, "उन्होंने केवल उन राजनेताओं को प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलने की अनुमति दी, जो दिल्ली जा चुके थे और उनसे बातचीत की थी।"
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जम्मू की एक दिवसीय यात्रा पर आए आजाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 के
निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन, फल और परिवहन क्षेत्रों में
हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
आजाद ने तंज कसते हुए कहा,
"मंत्रियों का आगामी प्रतिनिधिमंडल अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद
आर्थिक नुकसान के कारण हुए विनाश को देखने आ रहा है।"
बताया जा रहा है कि इस सप्ताह के अंत में मोदी सरकार के 30 से अधिक मंत्री कश्मीर का दौरा करने वाले हैं।
--आईएएनएस