सरकार पंचायतीराज संस्थाओं को कमजोर करना चाहती है: सतीश पूनिया

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 13 जनवरी 2020, 7:34 PM (IST)

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्षों की बैठक सोमवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई। भाजपा प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि बैठक में पंचायतीराज चुनाव, टिड्डी दल से प्रभावित किसानों की सहायता, नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में जन-जागरण अभियान, कोटा सहित राजस्थान के विभिन्न अस्पतालों में लापरवाही एवं संसाधनों की कमी से हुए बच्चों की मौत आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
जिलाध्यक्ष बैठक को सम्बोधित करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार पंचायतीराज संस्थाओं को कमजोर करना चाहती है। किन्तु भारतीय जनता पार्टी को इस विषय को लेकर सरकार पर दबाव बनाना चाहिए, ताकि सरकार इन संस्थाओं को कमजोर ना कर सके। सरकार ने पंचायतीराज चुनावों को लेकर भ्रम पैदा किया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि सरपंचों के नोमिनेशन तो किए, लेकिन चुनाव लंबित हुए इस बात को लेकर चाहे वो कांग्रेस का सरपंच हो या किसी अन्य दल का सरपंच हो सभी आक्रोशित है। आगामी जो चुनाव है त्रिस्तरीय जो व्यवस्था है, उसको सरकार छिन-भिन ना करें। यह नैतिक दबाव सरकार पर रहेगा।
डाॅ. पूनिया ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में टिड्डी दलों के हमले से जो किसान की फसलों को नुकसान हुआ है। करीब 1.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खेत में टिड्डी फसलें चट कर गई है। उस पर नियंत्रण पर राज्य सरकार पूर्णतः विफल रही है। टिड्डियों से निजात पाने के लिए केन्द्र सरकार ने ब्रिटेन से 10 नई मशीने ली है। वहीं केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं और किसानों को राहत दिलाने की दिशा में सम्पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी वहां लगातार दौरे कर किसानों के लिए केन्द्र सरकार की ओर से अधिकत्तम सहायता दिलाने व इस त्रास्ती से निजात दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।

वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री दौरे कर ऋण माफी कर तर्ज पर किसानों की जेब टटोल व गिरदावरी के आदेश करके वापस आ गए। डाॅ. पूनिया ने हाल ही में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में नहरी पानी को लेकर चल रहे किसान आंदोलन में एसीडी द्वारा ठेकेदारों एवं अधिकारियों की मिलीभक्ती उजागर हुई है, उसमें भी शक की सुई मुख्यमंत्री की ओर जाती है कि मुख्यमंत्री के स्वयं के विभाग में इस प्रकार के कृत्य होने पर भी दोषियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रहीं है।
डाॅ. पूनिया ने नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में चलाया जा रहा, प्रदेशभर में जन-जागरण अभियान पर संतोष जताया एवं 15 से 17 जनवरी के मध्य सीएए के समर्थन में जनसम्पर्क अभियान चलाया जाएगा और इस हेतु सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों द्वारा सीएए के समर्थन में घर-घर जाकर 88662-88662 नम्बर पर मिस्ड काॅल करवाया जाएगा एवं जन-जागरण अभियान को ओर प्रभावी बनाया जाएगा।

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बैठक को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय सह-संगठन मंत्री वी. सतीश ने जिलाध्यक्षों की संगठन में भूमिका, जिलाध्यक्षों द्वारा करणीय कार्यों एवं जिले की संगठन संरचना के बारे में प्रकाश डाला। साथ ही उन्हें अपने जिले में मण्डल, मोर्चा आदि के गठन एवं उनके कार्य करने की पदती की जानकारी दी।
वी. सतीश ने प्रत्येक जिलाध्यक्ष को एक अच्छे समन्वयक की भूमिका करने पर भी प्रकाश डाला और आह्वान किया कि प्रत्येक जिला तब ही अच्छा काम कर सकता है, जब जिला कार्यकारिणी, मण्डल, मोर्चा एवं प्रकोष्ठ में अच्छा तालमेल होना चाहिए।
प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने बैठक में जिलाध्यक्षों को जल्द ही जिला कार्यकारिणी एवं मण्डल ईकाई गठन करने, मण्डल प्रभारी रचना बनाने का आग्रह किया। चन्द्रशेखर ने आगामी दिनों में चलने वाले विभिन्न अभियानों, कार्यक्रामों के बारे में जिलाध्यक्षों से विस्तृत चर्चा की एवं आयोजित होने वाले प्रशिक्षण वर्गाे के बारे में दिशानिर्देश दिए।
बैठक को सम्बोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने जिलाध्यक्षों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गहलोत की सरकार एक साल फैल्योर सरकार है, जिनके शासन में अपराध बढ़ा और विकास रूका, केवल मात्र नाम बदलने, योजना बंद करने में ही पूरा साल गहलोत सरकार ने निकाला।
बैठक को उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरूण चतुर्वेदी, अशोक परनामी ने भी सम्बोधित किया। बैठक में प्रदेश महामंत्री वीरमदेव सिंह, कैलाश मेघवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष अलका गुर्जर, प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच एवं जिलाध्यक्ष उपस्थित थे।