अमेरिका में CAA के समर्थन में निकाल रहे हैं रैलियां

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 08 जनवरी 2020, 6:40 PM (IST)

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून(CAA) पर देश में जहां कई स्थानों पर विरोध हो रहा है, वहीं अमेरिका के कई शहरों में रह रहे भारतवंशी इसके समर्थन में रैलियां निकाल रहे हैं। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, बिजनेसमैन आदि भाग ले रहे हैं। ये रैलियां, अमेरिका में बसे भारतीयों से जुड़े संगठन आयोजित कर रहे हैं।

अमेरिका के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट और फेडरेशन ऑफ इंडो अमेरिकन्स के चेयरमैन डॉ. रोमेश जापरा की इन रैलियों के पीछे अहम भूमिका है। वह अमेरिका के तमाम शहरों में रहने वाले भारतीयों के बीच इसे लेकर बड़े पैमाने पर संपर्क अभियान चला रहे हैं। डॉ. जापरा के अनुसार, बोस्टन, शिकागो, सीएटल, सैनफ्रांसिस्को, सिलिकॉन वैली, टाइम्स स्क्वेयर, अटलांटा आदि स्थानों पर अब तक 25-30 रैलियां निकल चुकी हैं।

अमेरिका में ये रैलियां फेडरेशन ऑफ इंडो अमेरिकन्स, अमेरिकन्स फॉर हिंदूज, फ्रेंड्स ऑफ बंगाल इन अमेरिका, ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी, इंडियन अमेरिकन्स इन बोस्टन, शिकागो, सिएटल की ओर से आयोजित की जा रही हैं। हर शनिवार और रविवार को सीएए के समर्थन में ऐसी रैलियों का आयोजन हो रहा है।

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मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रोमेश जापरा ने बताया कि हम मोदी सरकार के बनाए इस कानून का समर्थन करते हैं। क्योंकि इसके जरिए उन शोषित लोगों को नागरिकता मिलेगी, जिन पर अल्पसंख्यक होने की वजह से पड़ोसी इस्लामिक देशों में धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया गया। भारतीय बड़े ही उत्साह से रैलियों में भाग ले रहे हैं। बारिश में भी हाथों में तख्तियां लेकर खड़े रहते हैं।

कैलिफोर्निया में फ्रेंड्स ऑफ बंगाल भी भारतीयों का एक मजबूत संगठन है। इसके प्रमुख जुधाजीत सेन मजूमदार इस तरह की रैलियां आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से पश्चिम बंगाल में जिन शरणार्थियों को लाभ मिलेगा, उनमें ज्यादातर दलित समाज से होंगे। हम सब सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हैं। अप्रवासी भारतीयों की बड़ी रैली अटलांटा, शिकागो, बोस्टन, सीएटल में हो चुकी है।"

अमेरिका में 'हाउडी मोदी' सहित कई बड़े आयोजनों में अहम भूमिका निभा चुके और भाजपा के विदेश मामलों के प्रकोष्ठ के प्रभारी विजय चौथाईवाले ने बताया कि अमेरिका ही नहीं इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया सहित दुनिया के कई देशों में स्व:स्फूर्त इस तरह की रैलियां निकल रही हैं। सीएए के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए हमारे सेल ने विदेशों में बसे भारतीयों के बीच सोशल मीडिया से लेकर अन्य माध्यमों से 25.30 हजार पत्रक भी दिए हैं। ताकि विपक्ष के फैलाए झूठ को लोग समझ सकें और उन्हें कानून को लेकर किसी तरह की गलतफहमी न रहे। यही वजह है कि विदेशों में रहने वाले भारतीय इस कानून का स्वागत करने रैलियों के जरिए सड़कों पर उतर रहे हैं।

(आईएएनएस )