दीपिका के JNU में जाने पर जावड़ेकर बोले, लोकतंत्र में कोई भी कहीं भी जा सकता है

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 08 जनवरी 2020, 5:16 PM (IST)

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को जाने को लेकर विवाद गहरा गया है। पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता ने तारीफ का ट्वीट किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह लोकतंत्र है, कोई कहीं भी जा सकता है।वहीं भाजपा के कई नेताओं ने दीपिका की फिल्म छपाक का बॉयकाट करने की अपील कर रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह लोकतंत्र है, कोई कहीं भी जा सकता है। जावड़ेकर ने बताया कि देश में कही भी हिंसा हो, उसकी निंदा करते हैं। विश्वविद्यालय में जहां सब लोग पढ़ने जाते हैं, वहां हिंसा का कोई स्थान नहीं है। जेएनयू में जो छात्रों का रजिस्ट्रेशन हो रहा था, उसे कुछ संगठन रोक रहे हैं। ये उनका काम नहीं हो सकता है, नकाबपोश बेनकाब होंगे।


केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार की हिंसा की निंदा की, इस घटना को शिक्षा के खिलाफ एक कदम बताया और कहा कि देश में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है, खासकर विश्वविद्यालयों में जहां छात्र शिक्षा के लिए आते हैं।

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वहीं पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में छात्रों के खिलाफ हिंसा व मारपीट को लेकर प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने के लिए तारीफ तक कर दी है।

उल्लेखनीय है कि जेएनयू में हिंसा के शिकार हुए छात्रों से मिलने मंगलवार रात दीपिका पादुकोण जेएनयू कैंपस पहुंची थीं। यहां पहुंचकर उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष से मुलाकात भी की। आपको बताते जाए कि रविवार 5 जनवरी की रात नकाबपोश हमलावरों ने आइशी घोष को पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया था। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर आइशी घोष के खिलाफ मंगलवार को एक एफआईआर भी दर्ज कराई है।


दीपिका पादुकोण ने मंगलवार रात आइशी घोष और अन्य चोटिल छात्रों के प्रति अपना समर्थन जताने जेएनयू पहुंची थीं। इस दौरान दीपिका पादुकोण ने छात्रसंघ के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और जख्मी छात्रों का हाल जाना। दीपिका पादुकोण छात्रसंघ की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी मौजूद थे।