सर्वे- नववर्ष के लिए आंतरिक व महिला सुरक्षा को लेकर सकारात्मक हैं लोग

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 31 दिसम्बर 2019, 9:46 PM (IST)

नई दिल्ली। एक सकारात्मक तरीके से वर्ष का अंत करते हुए अधिकांश भारतीय अपने जीवन के बारे में आशावादी बने हुए हैं। 23 राज्यों के 67 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने व्यक्तिगत जीवन और देश के लिए बेहतर परिस्थितियों के साथ आने वाले वर्ष की उम्मीद की है। वहीं भारतीय नागरिक देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर सकारात्मक हैं। 78.4 प्रतिशत लोगों को लगता है कि आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से आने वाला साल बेहतर होगा। आईएएनएस-सीवोटर के स्टेट ऑफ द नेशन पोल 2020 में यह बात सामने आई है।


आईएएनएस-सी वोटर स्टेट ऑफ द नेशन पोल में 2020 में 23 राज्यों के 67 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने व्यक्तिगत जीवन और देश के लिए बेहतर परिस्थितियों के साथ आने वाले वर्ष की उम्मीद की है। अलग-अलग 23 राज्यों के 1,600 उत्तरदाताओं के बीच किए गए सर्वेक्षण में 67.5 फीसदी लोगों ने कहा कि आना वाले वर्ष में उनके व्यक्तिगत जीवन में सुधार होगा, जबकि 20.2 फीसदी ने कहा कि नववर्ष उनके जीवन में कोई बदलाव नहीं लाएगा।

हालांकि केवल 12.4 फीसदी लोगों ने माना कि नया साल बीतने वाले वर्ष जितना अच्छा नहीं होगा और उन्होंने इस प्रश्न पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी। इस बीच जब उनसे पूछा गया कि आने वाले वर्षों में देश में स्थितियां किस तरह से बदल जाएंगी, तो उत्तरदाताओं ने आशावादी दृष्टिकोण पेश किया, क्योंकि 67.3 फीसदी लोगों ने माना कि आने वाला वर्ष देश के लिए बेहतर होगा, जबकि 16.7 फीसदी लोगों ने इस तरह की सोच नहीं दर्शाई।


सर्वेक्षण के दौरान 16 फीसदी लोगों ने माना कि न तो स्थिति सुधरेगी और न ही और अधिक खराब होगी। उनका मानना था कि देश जिस गति से चल रहा है, उसी रफ्तार से आगे बढ़ेगा। सीवोटर से डॉ. यशवंत देशमुख ने कहा कि "अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो आने वाले वर्ष के लिए राष्ट्र का एक सकारात्मक दृष्टिकोण है, क्योंकि उत्तरदाताओं में अधिकतर ने आने वाले वर्ष को व्यक्तिगत और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर परिस्थितियों के तौर पर देखा है।"

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आईएएनएस-सीवोटर के स्टेट ऑफ द नेशन पोल 2020 में पूछे गए सभी प्रश्नों में से आंतरिक सुरक्षा को लेकर पूछे गए सवाल की रेटिंग सबसे अधिक रही। उत्तरदाताओं से अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, पाकिस्तान जैसे अन्य मामलों सहित सभी पहलुओं पर प्रश्न पूछे गए।

देशभर में 23 राज्यों के 1600 लोगों पर यह सर्वे किया गया। इसे वर्ष के अंतिम दिन में आयोजित किया गया ताकि व्यक्तिगत खुशी और देश की समग्र स्थिति के बारे में नागरिक आशावाद को बढ़ावा दिया जा सके।

सर्वे का सार यह रहा कि बीते साल में हुई चीजों को लेकर भारतीय बड़े खुश हैं। खासकर के जिस तरह से पिछले वर्ष में चीजें आकार ले चुकी हैं, उससे लोग बड़े आशावादी हैं कि आने वाले वर्ष में चीजें और बेहतर हो जाएंगी।

जहां 78.4 का मत है कि आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से आने वाला साल बेहतर होगा, वहीं 11.1 को लगता है कि स्थिति ऐसी ही रहेगी। 10.5 प्रतिशत को लगता है कि आने वाले साल में हालात और बिगड़ेंगे।

इससे यह देखा जा सकता है कि आंतरिक सुरक्षा को लेकर लोग सकारात्मक रुख अपना हुए हैं। हालात के बेहतर और बिगड़ने की सोच रखने वालों के बीच 67.9 प्रतिशत का भारी अंतर है।

महिला सुरक्षा का सवाल इस सूची में दूसरे स्थान पर है। 68.3 प्रतिशत लोग इसे लेकर सकारात्मक रुख रखते हैं। वहीं 16.6 प्रतिशत को लगता है कि हालात ऐसे ही रहेंगे। 15.2 ने कहा है कि स्थिति और बिगड़ेगी।

इसमें भी 67.5 प्रतिशत के अंतर के साथ सकारात्मक पक्ष विजय होता दिखाई देता है।

--IANS