पुणे। महाराष्ट्र में एक महीने से भी ज्यादा चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद सरकार गठित हुई थी। 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने के बाद 24 अक्टूबर को नतीजे आए थे। जनता ने भाजपा और शिवसेना के गठबंधन पर मोहर लगाते हुए उन्हें बहुमत दिया था। हालांकि दोनों के बीच 50-50 फॉर्मूले पर बात नहीं बनने से दरार पड़ गई। इसके बाद शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई।
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि महाराष्ट्र में सरकार भले ही बन गई हो, लेकिन सियासी पारे में अभी भी उछाल है। उद्धव ने यहां बुधवार को वसंतदादा शुगर इंस्टिट्यूट में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि कम विधायकों के साथ कैसे सरकार बनाई जा सकती है, यह बात हमें शरद पवार ने सिखाई है। पवार ने हमें सिखाया कि कैसे खेती में पैदावार बढ़ाई जा सकती है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने ही यह भी सिखाया कि कैसे कम विधायकों के बाद भी सरकार बनाई जा
सकती है। ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर तंज
कसा। ठाकरे ने कहा कि फडणवीस कहते थे कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन
हमने कम विधायक होने के बाद भी बहुमत की सरकार बना ली। ठाकरे ने प्रदेश के
सभी किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ करने का आश्वासन दिया।