विहिप की अंतर्राष्ट्रीय बैठक में घुसपैठियों को देश से भगाने पर पारित होगा प्रस्ताव

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 24 दिसम्बर 2019, 8:00 PM (IST)

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर मचे तूफान के बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की होने जा रही एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बैठक में घुसपैठियों को जल्द से जल्द देश से बाहर निकालने पर प्रस्ताव पास किया जाएगा। कर्नाटक के मंगलुरु में 27 दिसंबर से होने वाली इस तीन दिवसीय बैठक में घुसपैठ की समस्या पर खासतौर से चर्चा होनी है।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने मंगलवार को आईएएनएस से कहा, "वर्ष में एक बार होने वाली इस बैठक में देश-विदेश में काम करने वाले सभी प्रमुख संगठन पदाधिकारी भाग लेते हैं। हर प्रांतों के प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं। इसमें देश की तात्कालिक परिस्थितियों पर चर्चा करने के साथ ही साल भर के कार्य पर रिपोर्ट पेश होती है। इसके अलावा अगले एक साल के लिए संगठन स्तर से होने वाले कार्यो की सूची भी तैयार होती है। घुसपैठ की ज्वलंत समस्या पर चर्चा करने के साथ घुसपैठियों को देश से बाहर करने पर प्रस्ताव पारित होगा।"

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विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति और बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की इस बैठक में दो दर्जन से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। मौजूदा समय में देश में सीएए, एनआरसी जैसे अहम मुद्दे इस बैठक के प्रमुख एजेंडे हैं। बैठक में सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा के बाद प्रस्ताव पास होंगे। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकार को दिशानिर्देश देने वाला एक प्रस्ताव भी पास होगा।

विहिप की 27, 28 और 29 दिसंबर तक चलने वाली इस अहम बैठक में करीब 400 प्रमुख पदाधिकारियों के भाग लेने की संभावना है। इस बैठक में विहिप ने बजरंग दल, दुर्गावाहिनी, मातृशक्ति, सामाजिक समरसता, धर्माचार्य संपर्क विभाग, अर्चक पुरोहित, संस्कृत, संपर्क आदि सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाया है।

विहिप सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि इस बैठक में सबरीमला, राम मंदिर, कुछ पुराने कानूनों से सांप्रदायिक आधार पर हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव के साथ अनेक क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी।

-- आईएएनएस