यमुना नदी पर 110 करोड़ की लागत से बनेगा पुल, परिक्रमा लगाने वाले श्रद्घालुओं को मिलेगी राहत : CM मनोहर

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 15 दिसम्बर 2019, 8:12 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि "पलवल जिला में हसनपुर के समीप यमुना नदी पर उत्तर प्रदेश को जोडऩे के लिए 110 करोड़ रुपए की लागत से पुल बनेगा।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मांग को लेकर हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि "इस पुल के बनने से पलवल जिला के होडल इलाके का पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के खुर्जा व अलीगढ़ से संपर्क मजबूत होगा।"

मुख्यमंत्री ने आज पलवल जिला के होडल में राजकीय महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का शुभारंभ करते हुए कहा कि "पारदर्शी व स्वच्छ शासन व्यवस्था का यह भवन भी एक उदाहरण है।" इस भवन के निर्माण के लिए 22.17 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन 2 वर्षों के भीतर 5 मंजिला इमारत के निर्माण व अन्य संसाधनों पर करीब 16 करोड़ रुपए खर्च हुए जबकि परिसर की अन्य जरुरतों पर 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिससे स्वीकृत बजट की तुलना में करीब 4 करोड़ रुपए की बचत हुई है। इस कॉलेज का निर्माण हरियाणा पुलिस आवास निगम द्वारा किया गया है।

मुख्यमंत्री ने हसनपुर के समीप यमुना नदी पर बनने वाले पुल की जानकारी देते हुए बताया कि "इसके बनने से बृज 84 कोस की परिक्रमा लगाने वाले श्रद्घालुओं को भी लाभ मिलेगा। इस पुल के साथ लिंक रोड़ भी बनाए जाएंगे। यह पुल इस इलाके की वर्षों पुरानी मांग थी।" उन्होंने बताया कि "हरियाणा व उत्तर प्रदेश के बीच संपर्क को मजबूत बनाने के लिए हसनपुर सहित यमुना नदी पर चार पुल बनेंगे। जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा फरीदाबाद में मंझावली से नोएडा को जोडने वाले पुल का निर्माण करीब पूरा हो चुका है। वहीं पानीपत व यमुनानगर में परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है।"

मुख्यमंत्री ने यमुना नदी के समीप हरियाणा-उत्तर प्रदेश के किसानों के मध्य चल रहे जमीनी विवाद को सुलझाने की पहल की जानकारी देते हुए कहा कि "दीक्षित अवार्ड के समय कुछ कमी रह गई थी। शीघ्र ही हरियाणा व उत्तर प्रदेश के राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठक होगी। साथ ही दोनों राज्य मिलकर 10-10 करोड़ की हिस्सेदारी से यमुना क्षेत्र में पिलर्स का भी निर्माण करेंगे। वर्ष 1980 में यमुना नदी में जमीन की निशानदेही के लिए करीब 1400 पिलर्स लगाए गए थे जोकि बाद में नदी के बहाव व अन्य कारणों के क्षतिग्रस्त हो गए थे। अब दोनों राज्यों ने पुन: इन पिलर्स को लगाने का निर्णय लिया है। इसी प्रकार आगरा केनाल के पानी को लेकर भी हरियाणा-उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक होगी, जिसका लाभ फरीदाबाद व पलवल के किसानों को अवश्य मिलेगा।" आगरा केनाल के पानी की गुणवत्ता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने बताया कि "एनसीआर प्लानिंग बोर्ड में इस कार्य के लिए उच्च स्तर पर एक योजना पर काम चल रहा है।"

मुख्यमंत्री ने पलवल जिला में बीते दिनों मौसमी बदलाव से फसलों को पहुंचे नुकसान के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि "नुकसान के आंकलन के लिए विशेष गिरदावरी के निर्देश दिए जा चुके है। साथ ही जिला प्रशासन को भी किसानों की मदद के लिए तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही किसानों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए पंजीकरण के कार्य की भी निगरानी की जाएगी।"

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